जानिए क्यों कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को भारत में किया जा रहा है 'नजरअंदाज'?
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: February 20, 2018 12:28 IST2018-02-20T10:18:55+5:302018-02-20T12:28:11+5:30
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के भारत आने के साथ ही कुछ विवाद भी शुरू हो गए हैं, इस बात की चर्चा चारो तरफ हो रही है कि आखिर क्यों पीएम मोदी या देश का कोई बड़ा नेता या मुख्यमंत्री कनाडा पीएम के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर नहीं पहुंचा था।

जानिए क्यों कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को भारत में किया जा रहा है 'नजरअंदाज'?
नई दिल्ली, 20 फरवरी: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। ट्रूडो के भारत आने के साथ ही कुछ विवाद भी शुरू हो गए हैं, इस बात की चर्चा चारो तरफ हो रही है कि आखिर क्यों पीएम मोदी या देश का कोई बड़ा नेता या मुख्यमंत्री कनाडा पीएम के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर नहीं पहुंचा था। जबकि इससे पहले जो भी पीएम या राष्ट्रपति भारत में बतौर मेहमान आए हैं सभी का भव्य स्वागत किया जा चुका है। वहीं, कनाडाई मीडिया में तो यहां तक कहा गया कि क्या मोदी जानबूझकर ट्रूडो को नजरअंदाज कर रहे हैं। जबकि कनाडा पीएम के 1 हफ्ते के दौरे पर 23 फरवरी को पीएम मोदी से महज दो घंटे के लिए उनकी मुलाकात होगी।
तो इसलिए किया जा रहा नजर अंदाज
कनाडा में पंजाब के सबसे ज्यादा लोग रहते हैं फिर भी भारत में लगातार उनको नजर अंदाज किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि उनको पीएम मोदी समेत राज्यों के सीएम भी उन्हें जानबूझकर नजर अंदाज कर रहे हैं। वहीं, खबरों की मानें तो ट्रूडो को नजरअंदाज करने का खालिस्तान का समर्थन है। ट्रूडो खालिस्तान का समर्थन करते हैं ये बात सभी को पता है जबकि भारत इसके विरोध में है। कनाडा के पीएम अपने बयानों के जरिए भी खालिस्तान के समर्थन की बात कह चुके हैं। ऐसे में कयास लगाता जा रहा है कि इसी कारण से उनको भारत में मान- सम्मान नहीं मिल रहा है।
ट्रूडो के मंत्रियों के विवादित बयान
कनाडा के पीएम के इस तरह से नजर अंदाज किए जाने के पीछे खालिस्तान का समर्थन विशेषज्ञ बता रहे हैं। कनाडा पीएम के कैबिनेट में चार सिख मंत्री हैं। वहीं, जनवरी में अमरजीत सोढ़ी ने खालिस्तान समर्थक के हित में बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि 'अगर कोई शांतिपूर्ण तरीके से खालिस्तान बनाए तो इसमें कोई गलत बात नहीं है'। इसके बाद से भारत, कनाडा से नाराजा चल रहा है। हांलाकि सोढ़ी के इस बयान का कनाडा में भी विरोध हुआ था।
सीएम ने स्वागत से कहा 'ना'
खबरों की मानें तो ट्रूडो के स्वागत के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मना कर दिया था। इतना ही नहीं रविवार को जब ट्रूडो आगरा में ताजमहल देखने पहुँचे थे यहां भी उनके स्वागत के लिए सीएम योगी मौजूद नहीं रहे। कनाडा के पीएम अकेले यहां घूमे साथ ही योगी के साथ उनकी एक भी मुलाकात भी नहीं हुई है।
गुजरात में भी किया गया नजरअंदाज
ट्रूडो गुजरात के साबरमती आश्रम पहुंचे थे, यहां भी उनका एक विदेशी मेहमान के तौर पर वो स्वागत नहीं किया गया जिसके वो हरदार हैं। गुजरात के सीएम रुपाणी भी उनके स्वागत में नहीं पहुंचे। हांलाकि गुजरात सरकार की ओर से बयान जारी करके कहा गया है कि उनकी सरकार का बजट पेश किया जा रहा है जिस कारण से ट्रूडो को नजरअंजाद किया गया है।
पंजाब सीएम का बयान
कनाडा के पीएम के भारत आने के बाद से खबर ये भी है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उनसे कोइई मुलाकात नहीं करेंगे। वहीं, कैप्टन ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि उन्हें ट्रूडो से मिलने में कोई खास परेशानी नहीं है,लेकिन वो उनके कुछ मंत्रियों से नहीं मिलेंगे। ऐसे में अब खबरों की मानें तो जब ट्रूडो अमृतसर जाएंगे तो उनकी मुलाकात पंजाब सीएम से हो सकती है।