लाइव न्यूज़ :

कोविड-19 महामारी के बाद गोवा अब पूरी तरह से सामान्य स्थिति के करीब: राज्यपाल

By भाषा | Updated: January 25, 2021 17:42 IST

Open in App

पणजी, 25 जनवरी गोवा विधानसभा का पांच दिवसीय सत्र सोमवार को राज्यपाल बी एस कोश्यारी के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ और उन्होंने इस दौरान कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद अब राज्य ‘पूरी तरह सामान्य स्थिति के करीब’ पहुंच रहा है।

राज्यपाल ने कहा कि महामारी आंख खोलने वाला अनुभव रहा और इसने लोगों को आत्मनिर्भर बनना सिखाया।

विधानसभा में कोविड-19 महामारी की वजह से राज्य में जान गंवाने वाले पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब तक संक्रमण की वजह से 761 लोगों की मौत हो चुकी है।

राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि महामारी से राज्य को बड़ी सामाजिक-आर्थिक क्षति पहुंची और कोविड-19 काल में ढांचागत विकास की गति मंद पड़ गई।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन चरणबद्ध योजना, नियमित निगरानी और राज्य सरकार द्वारा तात्कालिक सही कदमों की वजह से राज्य अब लघु से वृहद स्तर पर गति पकड़ रहा है और सामान्य स्थिति बहाल होने के करीब है।’’

राज्यपाल ने सदन को बताया कि गोवा में प्रति व्यक्ति आय (मौजूदा कीमतों पर) देश भर में 2017-18 में सबसे ज्यादा 4.54 लाख रुपये रहा था जबकि 2018-19 में यह 4.76 लाख रुपये रहा।

उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था में खनन एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है और राज्य सकल घरेलू उत्पाद जीएसडीपी में इसका योगदान 2011-12 में जहां 16 फीसदी था वहीं 2019-20 में घटकर सिर्फ 0.2 फीसदी हो गया।

अभिभाषण के बाद विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने राज्य सरकार द्वारा सत्र को छोटा किए जाने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया।

राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर ने हाल में कोविड-19 की वजह से जान गंवाने वाली कई हस्तियों और लोगों जिक्र किया। सदन ने इसके बाद एक मिनट का मौन रखकर सभी पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।

राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विपक्षी पार्टी के कई सदस्य किसी भी तरह का शोर किए बिना खड़े हुए और सत्र छोटा किए जाने के खिलाफ तख्तियां दिखाईं। विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने कहा कि विपक्ष ने लंबे सत्र की मांग रखी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले साल सिर्फ पांच दिन के लिए मिले थे और इस बार सत्र सिर्फ चार दिनों (कामकाजी दिन) के लिए है।’’

दरअसल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर अवकाश है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे मुद्दें हैं, जिसे सदन में उठाए जाने की जरूरत है।

गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई और राकांपा के विधायक चर्चिल अलेमाओ ने कहा कि ‘गोवा को कोयला प्रबंधन के केंद्र के रूप में बदलने’ जैसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए थी।

कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फ्लेरियो ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखकर कोयले के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की अपील की है।

बाद में भाजपा विधायक ग्लेन टिकलो ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन प्रस्ताव पेश किया, जिसका भाजपा विधायक दयानंद सोप्ते ने समर्थन किया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

टेकमेनियाYouTube down: यूट्यूब हुआ डाउन, भारत और यूएस में हजारों यूजर्स ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के साथ समस्याओं की शिकायत की

क्रिकेटIND Vs SA 5th T20I: आज क्यों नहीं खेल रहे हैं शुभमन गिल? भारत के उप-कप्तान को लेकर BCCI ने मेडिकल अपडेट जारी किया

क्रिकेटU19 Asia Cup 2025: श्रीलंका को हराकर अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में पहुँचा भारत, PAK से होगी खिताबी जंग

भारतहरियाणा सरकार पर जनता का नॉन-स्टॉप भरोसा, मुख्यमंत्री

भारतमध्य प्रदेश: '2047 तक प्रदेश की इकोनॉमी 2.5 ट्रिलियन डॉलर होगी', मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र को किया संबोधित

भारत अधिक खबरें

भारतBMC छोड़ सभी निकायों में सीट बंटवारा पूरा?, राज और उद्धव ठाकरे में गठजोड़, ऐलान 20-25 दिसंबर के बीच

भारतNagpur Solar Plant: पानी की टंकी गिरने से 6 लोगों की मौत

भारतनीतीश सरकार के 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के कारण केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना पर पड़ा बुरा असर

भारतबिहार हिजाब विवादः 20 दिसंबर को डॉ नुसरत प्रवीण ज्वाइन करेंगी सरकारी नौकरी, सीएम नीतीश कुमार के समर्थन में उतरे NDA नेता, देखिए किसने क्या कहा

भारतपीएम मोदी भारत में X की नई 'सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली' रैंकिंग में सबसे आगे