गोवा के उपमुख्यमंत्री और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के नेता सुदीन धवलीकर को प्रमोद सावंत की अगुवाई वाले कैबिनेट से 27 मार्च को हटा दिया गया है। गोवा के मुख्यमंत्री ने इसपर कहा कि सुदीन धवलीकर गठबंधन के खिलाफ जा रहे थे। प्रमोद सावंत ने यह भी कहा है, ''मैंने सुदीन धवलीकर को कैबिनेट से हटा दिया है। रिक्त सीट को भरने का निर्णय शीघ्र लिया जाएगा।''
न्यूज एजेंसी एनएनआई के मुताबिक उपमुख्यमंत्री सुदीन धवलीकर को हटाए जाने पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, 'वह गठबंधन के खिलाफ गतिविधियों में शामिल थे, हमने सुदीन के भाई दीपक से विनती की कि वो शिरोदा उप चुनाव न लड़ें लेकिन वो सुनने को तैयार नहीं हैं। इसलिए हमने यह फैसला लिया।'
धवलीकर ने बीजेपी के इस कदम को ‘चौकीदारों की डकैती’बताया है
धवलीकर एमजीपी के एकमात्र विधायक थे, जो पार्टी से अलग नहीं हुए थे। धवलीकर ने बीजेपी के इस कदम को ''चौकीदारों की डकैती'' करार दिया। सावंत ने गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा के नाम संबोधित पत्र में धवलीकर को हटाए जाने की सूचना दी।
धवलीकर ने कहा, 'जिस तरह से चौकीदारों ने एमजीपी पर आधी रात को डकैती की, लोग उसे देखकर हैरान हैं। लोग देख रहे हैं और वे तय करेंगे कि आगे क्या करना है।' उन्होंने दावा किया कि एमजीपी लोगों का संगठन है और इस प्रकार के कदमों से वह खत्म नहीं होगी।'
धवलीकर को परिवहन एवं लोक कल्याण मंत्रालय सौंपे गए थे जिनका कार्यभार अब स्वयं सावंत संभालेंगे। इस समय नयी दिल्ली में मौजूद राज्यपाल सिन्हा ने अपना दौरा समय से पूर्व समाप्त कर दिया और वह धवलीकर का स्थान लेने वाले नए मंत्री को शपथ ग्रहण कराने के लिए बुधवार की शाम को गोवा पहुंचेंगी। हालांकि एमजीपी के तीसरे विधायक सुदीन धवलीकर के इस पर हस्ताक्षर नहीं हैं।