गाज़ियाबाद: एटलस साइकिल्स कंपनी की जेब खाली, बोली- अब नहीं उठा सकते कर्मचारियों का बोझ

By अजीत कुमार सिंह | Published: June 3, 2020 11:15 PM2020-06-03T23:15:32+5:302020-06-03T23:18:23+5:30

विश्व साइकिल दिवस पर ही देश की बड़ी साइकिल कंपनी एटलस साइकिल्स (हरियाणा) ने खड़े किए हाथ. कंपनी का कहना है कि उसके पास फंड खत्म हो चुका है. कंपनी के गेट पर चिपकाया बैठकी (ले ऑफ) का नेटिस. साहिबाबाद यूनिट में 1 हज़ार कर्मचारी काम करते हैं.

Ghaziabad: Atlas Cycles (Haryana) Ltd, pastes a notice outside its production plant in Sahibabad, announcing temporary layoff of 1000 employees. | गाज़ियाबाद: एटलस साइकिल्स कंपनी की जेब खाली, बोली- अब नहीं उठा सकते कर्मचारियों का बोझ

एटलस साइकिल ने सभी कर्मचारियों को किया ले-ऑफ, 1000 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में..फोटो (ANI)

Highlightsएटलस साइकिल्स ने कहा है कि वो पिछले कई सालों से आर्थिक संकट से गुज़र रही है. "कंपनी के पास जितना फंड था वो खर्च कर चुकी हैं और अब हालात ये कि इनकम का कोई स्रोत नहीं बचा है."

गाज़ियाबाद: विश्व साइकिल दिवस पर ही देश की बड़ी साइकिल कंपनी एटलस साइकिल्स (हरियाणा) ने गाज़ियाबाद के साहिबाबाद की अपनी फैक्ट्री चलाने से हाथ खड़ा कर दिया. कंपनी का कहना है कि उसके पास फंड खत्म हो चुका है. उसने अपने सभी कर्मचारियों को बैठकी (ले ऑफ) की जानकारी दे दी है. कारखाने के मैनेजमेंट ने गेट के बाहर ले-ऑफ का नोटिस चिपका दिया है.

कंपनी ने कारखाने के बाहर नोटिस चिपका दिया है जिसमें उसने कहा है कि वो पिछले कई सालों से आर्थिक संकट से गुज़र रही है. कंपनी के पास जितना फंड था वो खर्च कर चुकी हैं और अब हालात ये कि इनकम का कोई स्रोत नहीं बचा है. 


कंपनी का कहना है कि उसके पास रोज़ाना के खर्चे चलाने लायक भी पैसा नहीं बचा है. कंपनी का कहना है कि जब तक कंपनी पैसे का इंतज़ाम नहीं कर लेती वो कच्चा माल भी नहीं खरीद सकती है. इस हालत में मैनेजमेंट, कंपनी चलाने की हालत में नहीं है. ये संकट तब तक बना रह सकता है जब तक मैनेजमेंट पैसे का इंतज़ाम नहीं कर लेता है. 

एटलस कंपनी ने जारी किया ले-ऑफ का नोटिस

एटलस ने अपने सभी कर्मचारियों को 3 जून से बैठकी यानि 'ले ऑफ' के लिए कह दिया है. कंपनी ने एक टाइम टेबल दिया है जिसके हिसाब से अपनी साप्ताहिक छुट्टी को छोड़ कर सभी कर्मचारियों को गेट पर आकर हाज़िरी लगानी होगी. कंपनी का कहना है कि जो कर्मचारी ऐसा नहीं करेंगे वो बैठकी यानि ले-ऑफ के प्रतिकर पाने के अधिकारी नहीं होंगे. 

ले-ऑफ में कर्मचारी गेट पर देंगे रोज हाज़िरी 

टाइम टेबल के हिसाब सुबह 9 बजे असेम्बली, मेंटेनेंस, पैकिंग और हॉर्टिकल्चर के कर्मचारियों की हाज़िरी होगी. सुबह 10 बजे पूरे एडमिन ब्लॉक और पीपीसी को हाज़िरी लगानी है. 11 बसे स्टोर, इंस्पेक्शन, ट्यूबलर के कर्मचारी हाज़िरी देंगे. दोपहर 12 बजे का समय पेंटशॉप, टूलरूम और डिज़ाइन की हाज़िरी का है. 

बैठकी के फैसले का कर्मचारियों ने किया विरोध

लॉकडाउन और फिर उसके बाद पैसे की किल्लत के बाद साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 की एटलस कंपनी ने अपने सभी कंर्मचारियों को ले ऑफ कर दिया. इस फैसले से गुस्साए कर्मचारियों ने कारखाने के गेट के बाहर विरोध जताया. मौके पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों पर हल्का बल प्रयोग किया. 

क्या कह रहे हैं कर्मचारी

कंपनी के ले ऑफ के फैसले से कर्मचारी में जर और गुस्सा दोनों हैं. कंपनी में कर्मचारियों के नेता महेश कुमार ने कहा " इस कारखाने में करीब 1000 कर्मचारी काम करते हैं. जिन पर सीधा असर पड़ने वाला है.
 

Web Title: Ghaziabad: Atlas Cycles (Haryana) Ltd, pastes a notice outside its production plant in Sahibabad, announcing temporary layoff of 1000 employees.

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