पाकिस्तान से लौटी गीता अपने परिवार की तलाश में तेलंगाना पहुंची

By भाषा | Updated: December 16, 2020 21:22 IST2020-12-16T21:22:32+5:302020-12-16T21:22:32+5:30

Geeta returned from Pakistan to Telangana in search of her family | पाकिस्तान से लौटी गीता अपने परिवार की तलाश में तेलंगाना पहुंची

पाकिस्तान से लौटी गीता अपने परिवार की तलाश में तेलंगाना पहुंची

हैदराबाद, 16 दिसंबर पांच साल पहले पाकिस्तान से लौटी मूक-बधिर युवती गीता अपने परिवार की तलाश में तेलंगाना के बसर शहर पहुंची। गीता के साथ उसकी देखरेख करने वाले एनजीओ के लोग भी थे।

गीता अपने परिजनों से बचपन में ही बिछड़ गई थी।

हालांकि, अपने बिछड़े परिवार से मिलने की उसकी उम्मीद को उस समय एक बार फिर निराशा मिली, जब वह शहर के किसी भी स्थान से अपना जुड़ाव महसूस नहीं कर पाई जोकि हैदराबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर तेलंगाना-महाराष्ट्र सीमा पर है।

गीता की देखरेख करने वाले मध्य प्रदेश स्थित इंदौर के गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) आनंद सर्विस सोसाइटी के एक अधिकारी ने पिछले महीने कहा था कि 2015 में गीता के पाकिस्तान से लौटने के बाद से उसके परिवार की तलाश जारी है और इसी कड़ी में फिर से प्रयास शुरू किए जाएंगे।

तब सोसायटी के निदेशक ज्ञानेंद्र पुरोहित ने कहा था कि गीता ने जो संकेत अपने परिवार के स्थान को लेकर दिए हैं, वह दर्शाते हैं कि यह स्थान महाराष्ट्र में नांदेड़ और तेलंगाना में हो सकता है।

एनजीओ के अधिकारियों और 30 वर्षीय गीता ने मंगलवार को निर्मल जिले के बसर की यात्रा की जोकि देवी सरस्वती के मंदिर और गोदावरी नदी के लिए मशहूर है।

गीता ने जो संकेत दिए हैं, उसके आधार पर उसके परिवार की तलाश की जा रही है, जिनसे वह दशकों पहले बिछड़ गई थी।

बसर के एक पुलिस अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बुधवार को बताया कि गीता एवं एनजीओ ने उनकी यात्रा के संबंध में पुलिस और राजस्व अधिकारियों से संपर्क किया था।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि गीता ने नदी, मंदिर, रेलवे स्टेशन, धान की फसलें और लोगों के इडली खाने की आदत को लेकर संकेत दिए थे, जिसके बाद अंदाजा लगाया गया कि यह स्थान आंध्र प्रदेश या तेलंगाना में हो सकता है जिसके बाद गीता को बसर लाया गया।

उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान गीता को रेलवे स्टेशन, मंदिर और गोदावरी नदी समेत विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया लेकिन उसने इनमें से किसी को भी नहीं पहचाना।

अधिकारी ने कहा कि बाद में गीता और एनजीओ के लोग महाराष्ट्र के नांदेड़ के लिए रवाना हो गए।

माना जाता है कि गीता करीब 10 वर्ष की आयु में गलत ट्रेन पर सवार होने के चलते लाहौर पहुंच गई थी।

इसके बाद तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों के बाद उसे अक्टूबर 2015 में वापस भारत लाया गया था।

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Web Title: Geeta returned from Pakistan to Telangana in search of her family

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