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दिल्ली से ही पीएम मोदी ने किया मंगोलिया की राजधानी में स्थित भगवान बुद्ध की मूर्ति का अनावरण

By भाषा | Updated: September 20, 2019 15:10 IST

इससे पहले मंगोलिया के राष्ट्रपति ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की । इस दौरान केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू मौजूद थे । रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ राष्ट्रपति बटुल्गा ने राजघाट पर बापू की समधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये । ’’

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ठळक मुद्देप्रधानमंत्री के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर आयोजित एक समारोह के दौरान भगवान बुद्ध की स्वर्ण प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रतिमा के अनावरण से पहले मठ में युवा भिक्षुओं ने बौद्ध मंत्रों का पाठ किया।

नई दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्टमा बटुल्गा ने बौद्ध मंत्रोच्चार के बीच शुक्रवार को रिमोट के जरिये संयुक्त रूप से मंगोलिया के गंडन मठ में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण किया। मंगोलिया के राष्ट्रपति पांच दिन की भारत यात्रा पर आए हैं और इस दौरान नई दिल्ली से दोनों नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मूर्ति का अनावरण किया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘समय के साथ प्राचीन आध्यात्मिक सम्पर्क को मजबूत बने । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति बटुल्गा ने रिमोर्ट के जरिये उलनबटोर में गंदन बौद्ध मठ बौद्ध प्रतिमा का अनावरण किया जो भारत द्वारा तोहफे में दी गई थी।’’ उन्होंने कहा कि गंडन मठ में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण भारत, मंगोलिया संबंधों के मजबूत बहुआयामी स्वरूप के संबंध में साझा बौद्ध धरोहर को परिलक्षित करता है ।

प्रधानमंत्री के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर आयोजित एक समारोह के दौरान भगवान बुद्ध की स्वर्ण प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रतिमा के अनावरण से पहले मठ में युवा भिक्षुओं ने बौद्ध मंत्रों का पाठ किया। गंडन मठ मंगोलिया की राजधानी उलनबटोर में स्थित है। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में उपस्थित भिक्षुओं ने प्रार्थना की, जिसमें पमोदी और राष्ट्रपति बटुलगा भी शामिल हुए।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने मूर्ति अनावरण समारोह को “भारत-मंगोलिया की आध्यात्मिक साझेदारी और साझा बौद्ध विरासत का प्रतीक” बताया है। मोदी ने मई 2015 में गंडन मठ की यात्रा की थी, जहां उन्होंने एक बोधि पौधा भी भेंट किया था। गंडन मंगोलिया का सबसे पुराना और सबसे महत्वपूर्ण मठ है। इसका निर्माण 19वीं सदी में हुआ और यह एकमात्र मठ है, जहां बौद्ध गतिविधियां बिना रुके कम्युनिस्ट शासन में भी जारी रहीं।

इससे पहले मंगोलिया के राष्ट्रपति ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की । इस दौरान केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू मौजूद थे । रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ राष्ट्रपति बटुल्गा ने राजघाट पर बापू की समधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये । ’’

मंगोलिया के राष्ट्रपति से विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने भी भेंट की और दोनों देशों के संबंधों के बारे में चर्चा की । कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत और मंगोलिया के सामरिेक संबंधों को मजबूत बनाने के संदर्भ में राष्ट्रपति बटुल्गा और विदेश राज्य मंत्री :मुरलीधरन: ने विचारों का आदान प्रदान किया और अपने बहुआयामी संबंधों को और अधिक गहरा बनाने पर चर्चा की । ’’

इससे पहले, मंगोलिया के राष्ट्रपति बटुल्गा का राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वागत किया । मंगोलिया के राष्ट्रपति ने सलामी गारद का निरीक्षण भी किया । 

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