लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र में 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए नि:शुल्क ऑनलाइन कक्षाएं

By भाषा | Updated: November 2, 2020 16:17 IST

Open in App

पुणे, दो नवंबर महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग ने सोमवार को 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए नि:शुल्क ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कीं ताकि कोविड-19 महामारी की वजह से उनका साल बेकार नहीं जाए।

राज्य शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक दिनकर पाटिल ने कहा कि यूट्यूब पर कक्षाएं शुरू हुई हैं और अब तक 60,000 से अधिक छात्र इन कक्षाओं के लिए पंजीकरण करा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि प्रथम वर्ष जूनियर कॉलेज (एफवाईजेसी) या 11 वीं कक्षा के कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की नि:शुल्क शुरुआत की गई है ताकि कॉलेजों में सामान्य रूप से शिक्षण शुरू होने तक पढ़ाई का नुकसान न हो।

कोविड-19 महामारी और नौकरियों तथा शिक्षा में मराठाओं को आरक्षण पर रोक लगाने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के चलते इस समय एफवाईजेसी के लिए प्रवेश प्रक्रिया निलंबित है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टरात 2 बजे गोलीबारी, 2 भाई 31 वर्षीय फैजल और 33 वर्षीय नदीम को गोलियों से भूना, फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया

भारतNational Herald money laundering case: सोनिया और राहुल गांधी को राहत, अदालत ने संज्ञान लेने से किया इनकार

क्रिकेटIPL Auction 2026 Updates: 10 टीम के पास 237.55 करोड़ रुपये?, 359 खिलाड़ी, 77 जगह खाली, केकेआर के पास ₹64.30 और मुंबई इंडियंस झोली में ₹2.75 करोड़

क्रिकेटIPL 2026: अबूधाबी में ऑक्शन से पहले ऐलान, जानिए 2026 में कब से कब तक खेला जाएगा आईपीएल

क्रिकेटACC U-19 Asia Cup: 26 गेंद, 50 रन, 5 चौके और 3 छक्के?, एक और तोड़फोड़ प्रदर्शन, मलेशिया ने खिलाफ कमाल की पारी

भारत अधिक खबरें

भारतSIR in West Bengal: चुनाव आयोग ने जारी की SIR ड्राफ्ट लिस्ट, 58 लाख से ज्यादा नाम कटे, जानें वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक करने का तरीका

भारतENG VS AUS Ashes 2025-26: तीसरे मैच में स्टीव स्मिथ कप्तान नहीं, कमिंस संभालेंगे कमान, सीरीज में 2-0 से आगे ऑस्ट्रेलिया, देखिए प्लेइंग इलेवन

भारतजम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी

भारतदिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे की वजह से भीषण हादसा, बसों और कारों में लगी आग; 4 की मौत

भारतरघुनाथ धोंडो कर्वे, ध्यास पर्व और डेढ़ सौ करोड़ हो गए हम