पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने नीतीश बाबू पर चलाए एक से बढ़कर एक शब्दों के बाण, कहा- दस-दस इफ्तार पार्टियों में शरीक हुए
By एस पी सिन्हा | Updated: April 23, 2023 17:30 IST2023-04-23T17:30:07+5:302023-04-23T17:30:07+5:30
आरसीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में देश में आपने इस अवधि में एक अजूबा रिकार्ड बनाया है। मुख्यमंत्री एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, चार नहीं, पांच नहीं….. दस-दस इफ्तार पार्टियों में शरीक हुए।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने नीतीश बाबू पर चलाए एक से बढ़कर एक शब्दों के बाण, कहा- दस-दस इफ्तार पार्टियों में शरीक हुए
पटना: जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में आज एक बार फिर से उन्होंने नीतीश बाबू पर एक से बढ़कर एक तीर चलाये हैं। आरसीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में देश में आपने इस अवधि में एक अजूबा रिकार्ड बनाया है। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि 5 से 23 अप्रैल तक का अपना टाइम टेबल देखा है? जरा सोचिए- एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, चार नहीं, पांच नहीं….. दस-दस इफ्तार पार्टियों में शरीक हुए। तरह-तरह की टोपियां पहनीं, रंग बिरंगे शॉल ओढ़े एवं विभिन्न प्रकार के लजीज व्यंजन ग्रहण किए। शीर चाय तो आपने पी ही होगी। बाकरखानी तो बहुत खाई होगी।
आरसीपी सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, “क्या लाजवाब रूटीन है नीतीश बाबू का! ईद के दिन तो आपकी गजब की मसरूफियत थी! सुबह 8 बजे से लेकर रात तक विभिन्न जगहों पर आपने ईद की सेवइयों का सेवन किया। स्वाभाविक है जिन-जिन संस्थाओं और रसूखदार व्यक्तियों के दौलतखाने पर आप गए, उनको तो बहुत अच्छा लगा होगा और अच्छा लगना भी चाहिए! क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री की हैसियत से आप उन स्थानों पर गए। जरा रुकिए और सोचिए नीतीश बाबू ! जिन-जिन इफ्तार पार्टियों में आप गए, क्या वहां उस समाज के आम अवाम तथा गरीब तबके के लोगों से भेट हुई आपकी? उत्तर मिलेगा, नहीं। गरीब गुरबों के लिए इफ्तार करना आपने उचित नहीं समझा!
उन्होंने लिखा है कि, “ईद के दिन भी सेवइयों का सेवन सिर्फ समाज के नामी-गिरामी, अमीर लोगों के यहां ही आपके कदम पड़े! किसी गरीब की झोपड़ी में आपने सेवइयों का सेवन नहीं किया। क्या संदेश देना चाहते हैं आप नीतीश बाबू? समाज में सिर्फ अमीर लोग ही रहते हैं? आप सिर्फ अमीर लोगों के ही मुख्यमंत्री हैं? क्या बिहार की गरीब जनता ने आपको वोट नहीं दिया था? लेकिन आप उसे पूरी तरह से भूल गए। फिर सोचिए नीतीश बाबू, अगर एक इफ्तार पार्टी में औसतन आपने तीन से चार घण्टे का भी समय दिया है तो दस इफ्तार पार्टियों में आपने 18 दिनों में 35-40 घंटे का समय लगा! ईद के दिन भी आपने 8 से 10 घंटे का समय दिया। आप जोड़ें, 45-50 घंटे आपका समय 18 दिनों में कहां जाया हुआ? देश में अकेले आप मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कुछ मुट्ठी भर संस्थाओं और उनके पदधारकों के लिए इतना समय गंवाया। जबकि आपकी जिम्मेदारी बिहार को विकसित करने की है। आपके पास विकास के कार्यों को करने के लिए कितना समय बचेगा? यही कारण है कि आप इस प्रकार के कार्यों में मस्त हैं परंतु, विकास के कार्यों में बिहार देश में सबसे अंतिम पायदान पर खड़ा है। वास्तव में आपको इससे क्या ही फर्क पड़ता है। आपकी सिर्फ कुर्सी सलामत रहे, इसी में आपकी दिलचस्पी है ! बिहारी युवा रोजगार के लिए देश भर में भटकते रहें, जलील होते रहें और आप अपनी कुर्सी से चिपके रहें ! कुर्सीवाद जिंदाबाद! कुर्सीवाद जिंदाबाद!"