अहमदाबाद, 10 जनवरी पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधव सिंह सोलंकी का रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अहमदाबाद में अंतिम संस्कार किया गया।
चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे सोलंकी का शनिवार सुबह गांधीनगर में निधन हो गया था। उनकी उम्र 93 वर्ष थी।
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन से तिरंगे में लिपटे सोलंकी के पार्थिव शरीर को अहमदाबाद के शवदाह गृह लाया गया, जहां माधवसिंह के बेटे एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी ने पिता के अंतिम संस्कार के सभी क्रियाकर्म को अंजाम दिया।
इस दौरान कांग्रेस के गुजरात प्रभारी राजीव सातव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी के अलावा सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
पिता के अंतिम संस्कार के लिए रविवार को अमेरिका से यहां आए भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि उनके पिता ''एक मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक थे।''
उन्होंने कहा, '' मैं आज जहां भी हूं, वह मेरे पिता की वजह से ही हूं। वह मेरे मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक थे। वह हमेशा मेरे साथ चट्टान की तरह खड़े रहे। गुजरात उनके बारे में भली भांति परिचित है। अपने छह दशकों के सार्वजनिक जीवन में उन्होंने हमेशा जनता की सेवा की। गुजरात ने उनके कार्यकाल में नयी ऊंचाइयों को छुआ।''
माधव सिंह सोलंकी ने जून 1991 से मार्च 1992 के बीच विदेश मंत्री का प्रभार संभाला था।
दावोस में स्विट्जरलैंड के तत्कालीन विदेश मंत्री से मुलाकात और बोफोर्स मामले में जांच पर उनके कथित बयानों के बाद उपजे विवादों पर सोलंकी ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
वह गुजरात से दो बार राज्यसभा के सदस्य भी रहे। नरेन्द्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले सोलंकी सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे।
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