एजल, 28 नवंबर पूर्व भारतीय राजनयिक एवं प्रसिद्ध जो (नस्ली समूह) साहित्यकार एल कीवोम का लंबी बीमारी के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक अस्पताल में रविवार को निधन हो गया। वह 82 साल के थे।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि कीवोम का विभिन्न स्वास्थ्य जटिलताओं के लिये जून से इलाज चल रहा था। बाद में उनमें कैंसर का पता चला जिसके बाद से वह बिस्तर पर पड़े हुए थे।
उन्होंने बताया कि राजधानी दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में सुबह 5.46 बजे कीवोम ने अंतिम सांस ली ।
चिन-कुकी-मिज़ो-ज़ोमी समूह के वंशज ‘‘ज़ो हन्नाथलक’’ के एकीकरण की दिशा में उनके योगदान के लिए कीवोम को उनकी उत्कृष्ट कृति ‘‘ज़ोराम ख़्वावेल’’ के बाद ‘‘ज़ोरम ख़्वावेल पा’’ उपनाम दिया गया था।
मणिपुर के चुरचंद्रपुर जिले (अब फेरजल) में कीवोम का जन्म 1939 में हुआ था। वह हमार जनजाति से थे, जो चिन-कुकी-मिज़ो-ज़ोमी समूह की प्रमुख जनजातियों में से एक थी।
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