"विदेश मंत्री जयशंकर किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों पर हो रहे हमलों पर ध्यान दें, हो सके तो छात्रों की स्वदेश वापसी हो", असदुद्दीन ओवैसी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 21, 2024 10:29 IST2024-05-21T10:25:20+5:302024-05-21T10:29:16+5:30
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया और विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया और विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की।
ओवैसी ने यह अपील उस समय की है, जब किर्गिस्तान में भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों पर हो रहे हमले को लेकर वाणिज्य दूतावासों ने उन्हें घरों में रहने की सलाह दी है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि किर्गिस्तान में कुछ स्थानीय लोग भारतीय छात्रों को हिंसक तरीके से निशाना बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक छात्र उनके पास पहुंचा और कहा कि तनावपूर्ण स्थिति के कारण उसने पांच दिनों से खाना नहीं खाया है।
सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर ओवैसी ने किर्गिस्तान में एक भारतीय छात्र का एक वीडियो भी साझा किया, जो कथित तौर पर वाणिज्य दूतावास को फोन करके किसी निकासी प्रक्रिया के बारे में पूछ रहा था। छात्र को यह पूछते हुए सुना जा सकता है कि क्या भारतीयों को निकाला जाएगा, जिस पर अधिकारी ने कहा कि छात्रों को पहले ही जानकारी दे दी गई है।
Some locals in #Kyrgyzstan have been violently targeting Indian students. A student reached out to me saying that they have not eaten for the last five days. @drsjaishankar, please take strong steps to protect our people there. Arrangements must be made for their return if the… pic.twitter.com/8XdxjDE0Yu
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 20, 2024
भारतीय छात्र ने आगे पूछा कि अगर वे उड़ान लेने और घर लौटने का प्रयास करते हैं तो क्या उन्हें कोई सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
इस पूरे प्रकरण पर ओवैसी ने कहा कि किर्गिस्तान में कुछ स्थानीय लोग हिंसक रूप से भारतीय छात्रों को निशाना बना रहे हैं। विदेश मंत्री जयशंकर को हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है तो उनकी स्वदेश वापसी की व्यवस्था की जानी चाहिए।
मालूम हो कि 13 मई को विदेशी छात्रों और किर्गिज़ छात्रों के बीच हुए विवाद के बाद किर्गिस्तान में स्थिति भारतीय छात्रों के लिए तनावपूर्ण हो गई। स्थानीय लोगों ने इस लड़ाई को विदेशी छात्रों, मुख्य रूप से पाकिस्तान, भारत और मिस्र के आतिथ्य के उल्लंघन के रूप में देखा।
विवाद के बाद कई किर्गिज़ नागरिक सड़कों पर उतर आए और भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों के खिलाफ भीड़ की हिंसा की खबरें सामने आईं। हिंसा में किसी भी भारतीय छात्र के घायल होने की कोई खबर नहीं है, लेकिन भारत सरकार ने उन्हें हिंसा शांत होने तक घर के अंदर ही रहने की सलाह दी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा कि वे बिश्केक में भारतीय छात्रों के कल्याण की निगरानी कर रहे हैं और स्थिति इस समय कथित तौर पर शांत है।