कड़ाके की सर्दी झेल रहे दिल्ली-एनसीआर वासियों पर सोमवार को कहरे का कहर बरपा। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में दृश्यता बिल्कुल कम हो गई। इससे सड़क पर वाहनों की रफ्तार थम गई। घने कोहरे की वजह से दिल्ली से आने और जाने वाली करीब 30 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। साथ ही तीन फ्लाइट्स को भी डायवर्ट किया गया है। एयरपोर्ट पर नॉर्मल ऑपरेशन सस्पेंड कर दिया गया है। सिर्फ सीएटी 3 बी सिस्टम से लैश विमान ही लैंड कर सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में न्यूनतम तामपाम 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। हवा की गुणवत्ता का स्तर भी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। भीषण सर्दी को देखते हुए बेघर लोगों ने रैन बसेरे में शरण ली। उत्तर भारत में भी भीषण ठंड से राहत नहीं मिल रही है। ऐसे में कई जगहों पर स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया गया है।
हवा की दिशा बदलने से कम हो सकता है शीतलहर का प्रकोप
दिल्ली में पिछले 22 साल के सबसे अधिक सर्द दिनों के बाद रविवार को हवा की दिशा बदलने के साथ ठंड से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग ने कहा, ‘‘उम्मीद के अनुसार उत्तर-पश्चिम से पश्चिम की ओर हवा का रुख होना शुरू हो गया है और आज से सर्द दिनों तथा शीत लहरों में कमी आनी शुरू हो गयी है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में यह प्रदर्शित हुआ है।’’
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 14 दिसंबर से कड़कड़ाती ठंड का प्रकोप जारी था और रविवार को सुबह शहर का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के सामान्य तापमान से चार डिग्री सेल्सियस कम है। दिल्ली के अनेक हिस्सों में अलग-अलग न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
दिल्ली में पड़ सकते हैं ओले
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में हल्की बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते हैं।
टूट सकता है 118 का रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार इस साल दिसंबर में रविवार तक का औसत तापमान 19.07 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह 1901 के बाद दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर हो सकता है। इससे पहले दिसंबर 1997 में औसत तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आर्द्रता का स्तर 64 से 100 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विज्ञानियों ने सोमवार को सुबह घने कोहरे का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर