अमरावती। 7 जूनः आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू की तेदेपा के पैर उखाड़कर रिकॉर्ड सीटों के साथ सत्ता पहुंचे वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी एकबार फिर चर्चा में हैं. रेड्डी के 25 सदस्यीय मंत्रिमंडल में एक नहीं, दो नहीं, बल्कि पूरे पांच उपमुख्यमंत्री होंगे. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, कापू और अल्पसंख्यक समुदाय से बनाए जाने वाले इन उपमुख्यमंत्रियों के नाम का खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है. लेकिन इस क्रांतीकारी फैसले का मकसद राज्य में इन जातियों को साधे रखना है. ऐसा करनेवाला आंध्र प्रदेश देश में पहला राज्य होगा.
हालांकि यूपी में योग सरकार ने अगड़ों और पिछड़ों को साधने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाए हैं, वहीं पिछली तेदेपा सरकार में भी चंद्रबाबू ने कापू और पिछड़े समुदाय से एक-एक उपमुख्यमंत्री बनाया था. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह यहां अपने आवास में वाईएसआर कांग्रेस विधायक दल की बैठक की जिसमें उन्होंने पांच उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने के अपने अभूतपूर्व फैसले की घोषणा की. उन्होंने अपने विधायकों को यह भी बताया कि कैबिनेट में मुख्य रूप से कमजोर वर्गों के सदस्य होंगे, जबकि अपेक्षा यह की जा रही थी कि रेड्डी समुदाय को मंत्रिमंडल में मुख्य स्थान मिलेगा.
नए मंत्रिपरिषद का गठन कल शनिवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में किया जाएगा. रेड्डी के इस फैसले के बाद पार्टी के विधायक एम.एम. शैक ने खुशी जताई है. उन्होंने भरोसा जताया है कि जगन भारत में अब तक के सर्वश्रेष्ठ सीएम साबित होंगे.
बता दें कि राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए वाईएसआर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 175 में से 151 सीटें अपने नाम कीं. चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा. वह सिर्फ 23 सीटों पर सिमट गई. ढाई वर्ष बाद होगा कैबिनेट में बदलाव रेड्डी ने बताया कि वह ढाई साल बाद कैबिनेट में बदलाव करेंगे.
उन्होंने विधायकों से लोगों की समस्याओं को लेकर सावधानी से काम करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि लोगों की निगाहें सरकार के प्रदर्शन पर हैं और उन्हें लोगों को वाईएसआरसीपी की सरकार और पिछली सरकार के बीच अंतर दिखाना है.