देश का पहला गांव, सभी वयस्कों को 100 प्रतिशत कोविड-19 टीके की खुराक, 18 किमी पैदल चलकर करना पड़ा वैक्सीनेशन
By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 8, 2021 18:16 IST2021-06-08T18:15:16+5:302021-06-08T18:16:29+5:30
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले का वेयान गांव देश का पहला ऐसा गांव बन गया है, जहां सभी वयस्कों को कोविड-19 टीके की खुराक दी जा चुकी है।

टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना संभव नहीं था। (file photo)
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले का वेयान गांव ने इतिहास रच दिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि सभी वयस्क आबादी को सीओवीआईडी -19 के खिलाफ टीका लगाने वाला भारत का पहला गांव बन गया है।
इसका श्रेय स्वास्थ्य कर्मियों को जाता है, जिनके अथक प्रयासों ने 362 की वयस्क आबादी वाले वेयान हैमलेट को राष्ट्रीय ख्याति दिलाई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "गांव बांदीपोरा जिला मुख्यालय से केवल 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन 18 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है, क्योंकि कोई मोटर योग्य सड़क नहीं है।"
गांव में इंटरनेट की सुविधा नहीं
सभी निवासियों को टीकाकरण का कार्य और भी कठिन था, क्योंकि गाँव में खानाबदोश परिवार होते हैं जो अपने पशुओं को चराने के लिए ऊंचे स्थानों पर जाते हैं। बांदीपोरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बशीर अहमद खान ने कहा, "गांव में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। इसलिए निवासियों के लिए टीकाकरण के लिए नियुक्ति प्राप्त करना संभव नहीं था, जैसा कि शहरी क्षेत्रों में लोग करते हैं।"
गांव में इंटरनेट की सुविधा नहीं
अधिकारियों ने बताया कि वेयान गांव में कुल 362 वयस्क रहते हैं और सभी को टीके लगाने का श्रेय स्वास्थ्यकर्मियों को जाता है जिनकी कड़ी मेहनत और अथक प्रयास के कारण ही यह गांव देशभर में चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ वेयान गांव बांदीपोरा जिला मुख्यालय से केवल 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन वहां जाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को करीब 18 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।’’
टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना संभव नहीं था
अधिकारी ने बताया कि गांव के सभी वयस्कों के टीकाकरण का कार्य और भी कठिन था क्योंकि गांव में कुछ खानाबदोश परिवार रहते हैं जो अपने पशुओं को चराने के लिए ऊंचे स्थानों पर जाते हैं। बांदीपोरा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बशीर अहमद खान ने टीकाकरण अभियान के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की परेशानियों के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘ गांव में इंटरनेट की कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए वहां रहने वाले लोगों के लिए शहरों में रहने वाले लोगों की तरह टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना संभव नहीं था। ’’
गांव में कोविड टीकाकरण अभियान को 'जम्मू-कश्मीर मॉडल' के तहत लागू किया गया, जो तेज गति से संपूर्ण पात्र आबादी के टीकाकरण करने की एक 10 सूत्री रणनीति है। जम्मू-कश्मीर में कोविड टीके को लेकर शुरुआत में लोगों में झिझक होने के बावजूद 45 से अधिक आयु वर्ग के करीब 70 प्रतिशत लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत का दोगुना है। वेयान गांव की इस उपलब्धि पर जम्मू-कश्मीर सरकार के मीडिया सलाहकार यतीश यादव ने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश में टीकाकरण अभियान को और अधिक तेज किया जा रहा है।