यूएपीए के तहत कार्रवाई के डर से दिशा ने थनबर्ग को 'टूलकिट' संबंधी ट्वीट हटाने को कहा : दिल्ली पुलिस

By भाषा | Updated: February 15, 2021 23:53 IST2021-02-15T23:53:26+5:302021-02-15T23:53:26+5:30

Fearing action under UAPA, Disha asks Thanberg to remove tweet related to 'toolkit': Delhi Police | यूएपीए के तहत कार्रवाई के डर से दिशा ने थनबर्ग को 'टूलकिट' संबंधी ट्वीट हटाने को कहा : दिल्ली पुलिस

यूएपीए के तहत कार्रवाई के डर से दिशा ने थनबर्ग को 'टूलकिट' संबंधी ट्वीट हटाने को कहा : दिल्ली पुलिस

नयी दिल्ली, 15 फरवरी ग्रेटा थनबर्ग द्वारा ट्विटर पर किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ साझा किये जाने के बाद, जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि ने सख्त कानून यूएपीए के तहत कार्रवाई के डर से स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता को अपने पोस्ट को हटाने के लिए कहा था क्योंकि उस दस्तावेज में उनके नाम का उल्लेख था। पुलिस ने सोमवार को यह आरोप लगाया।

पुलिस ने दावा किया कि थनबर्ग ने दिशा के अनुरोध के बाद कथित रूप से ट्वीट को हटा दिया और बाद में, दस्तावेज का एक संपादित संस्करण साझा किया।

उन्होंने यह भी दावा किया कि संपादन 22 वर्षीय दिशा द्वारा किए गए थे।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि दिशा ने व्हाट्सएप पर थनबर्ग को लिखा, “ठीक है, क्या ऐसा हो सकता है कि आप टूलकिट को पूरी तरह ट्वीट न करें। क्या हम थोड़ी देर के लिए रुक सकते हैं। मैं वकीलों से बात करने वाली हूं। मुझे खेद है, लेकिन उस पर हमारे नाम हैं और हमारे खिलाफ यूएपीए के तहत कार्रवाई हो सकती है।”

पुलिस ने दावा किया कि दिशा ने कथित रूप से गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज होने के डर से यह अनुरोध किया था।

युवा जलवायु कार्यकर्ता थनबर्ग ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए “टूलकिट” साझा किया था।

दस्तावेज में, ‘ट्विटर स्टॉर्म’ बनाने और भारतीय दूतावासों के बाहर विरोध प्रदर्शन करने सहित कई योजनाएं सूचीबद्ध की गई थीं, जो किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए बनाई गई थीं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि थनबर्ग और दिशा रवि के बीच व्हाट्सएप चैट की जांच के दौरान, यह पाया गया कि दिशा ने ट्वीट को हटाने के लिए ग्रेटा थनबर्ग से अनुरोध किया था क्योंकि "टूलकिट" के दस्तावेज में उनका नाम था।

दिल्ली पुलिस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान टूलकिट दस्तावेज से संबंधित प्रश्नों का जवाब देते हुए, पुलिस उपायुक्त (साइबर सेल) अन्येष रॉय ने कहा कि यह एक ‘स्टैटिक’ दस्तावेज नहीं है।

रॉय ने कहा, “यह एक गतिशील दस्तावेज है जिसमें बड़ी संख्या में हाइपरलिंक हैं, जो विभिन्न गूगल ड्राइव, गूगल डॉक्स और वेबसाइटों के लिंक हैं। जिसमें से एक है- आस्कइंडियाह्वाई डॉट कॉम है। इस वेबसाइट में बहुत अधिक खालिस्तानी समर्थक सामग्री है। इसलिए यह दस्तावेज़ में अपने आप में एक कार्य योजना है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Fearing action under UAPA, Disha asks Thanberg to remove tweet related to 'toolkit': Delhi Police

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे