लाइव न्यूज़ :

ब्रिटेन के लिये उड़ान निलंबन बढ़ने की आशंका: विमानन मंत्री पुरी

By भाषा | Updated: December 29, 2020 18:18 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिये भारत और ब्रिटेन के बीच यात्री उड़ानों की आवाजाही पर लगी अस्थायी रोक बढ़ने की आशंका है।

नागर विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वायरस के ज्यादा संक्रामक नए स्वरूप के सामने आने की वजह से ब्रिटेन व भारत के बीच विमानों की आवाजाही 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्थगित रहेगी।

मंत्री ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मुझे लगता है कि भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों पर अस्थायी रोक को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा।”

उन्होंने कहा, “अगले एक या दो दिनों में हम यह पता कर लेंगे कि क्या कोई अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत है अथवा मौजूदा अस्थायी निलंबन में हम कब से ढील देना शुरू कर सकते हैं।”

इससे पहले दिन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन से भारत लौटे छह लोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित पाए गए हैं।

ब्रिटेन से वायरस के नए स्वरूप की मौजूदगी के बारे में डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन और अन्य देश पहले ही बता चुके हैं।

इस बीच भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सरकार हवाईअड्डे के निजीकरण का अगला दौर 2021 की पहली छमाही में शुरू करने की योजना बना रही है।

उन्होंने कहा, “जहां तक हवाईअड्डों के निजीकरण के अगले दौर की बात है, हम सरकार की मंजूरी प्राप्त करने के अंतिम चरण में हैं। एक बार मंजूरी मिल जाने पर, मुझे लगता है कि हम 2021 की पहली तिमाही में बोली की प्रक्रिया शुरू करेंगे।”

एएआई ने सितंबर में अनुशंसा की थी कि केंद्र को अब अमृतसर, वाराणसी, भुवनेश्वर, इंदौर, रायपुर और त्रिची हवाईअड्डों का निजीकरण करना चाहिए।

नरेंद्र मोदी सरकार के तहत हवाईअड्डों के निजीकरण के पहले दौर में अडानी समूह ने फरवरी में छह हवाईअड्डों- लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी- का ठेका बोली में बंड़े अंतर से हासिल किया था।

तीन हवाईअड्डों- लखनऊ, अहमदाबाद और मेंगलुरु- के लिये रियायत संबंधी करार पर हस्ताक्षर के बाद एएआई ने इस साल की शुरुआत में उन्हें अडानी समूह के सुपुर्द कर दिया था।

सिंह ने कहा कि बचे हुए तीन हवाई अड्डों के लिये रियायत करार पर अगले महीने के पहले पखवाड़े में दस्तखत किये जाएंगे।

नागर विमानन मंत्रालय के तहत आने वाला एएआई देश भर में 100 से ज्यादा हवाईअड्डों के संचालन और प्रबंधन का जिम्मा देखता है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

टेकमेनियाYouTube down: यूट्यूब हुआ डाउन, भारत और यूएस में हजारों यूजर्स ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के साथ समस्याओं की शिकायत की

क्रिकेटIND Vs SA 5th T20I: आज क्यों नहीं खेल रहे हैं शुभमन गिल? भारत के उप-कप्तान को लेकर BCCI ने मेडिकल अपडेट जारी किया

क्रिकेटU19 Asia Cup 2025: श्रीलंका को हराकर अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में पहुँचा भारत, PAK से होगी खिताबी जंग

भारतहरियाणा सरकार पर जनता का नॉन-स्टॉप भरोसा, मुख्यमंत्री

भारतमध्य प्रदेश: '2047 तक प्रदेश की इकोनॉमी 2.5 ट्रिलियन डॉलर होगी', मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र को किया संबोधित

भारत अधिक खबरें

भारतBMC छोड़ सभी निकायों में सीट बंटवारा पूरा?, राज और उद्धव ठाकरे में गठजोड़, ऐलान 20-25 दिसंबर के बीच

भारतNagpur Solar Plant: पानी की टंकी गिरने से 6 लोगों की मौत

भारतनीतीश सरकार के 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के कारण केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना पर पड़ा बुरा असर

भारतबिहार हिजाब विवादः 20 दिसंबर को डॉ नुसरत प्रवीण ज्वाइन करेंगी सरकारी नौकरी, सीएम नीतीश कुमार के समर्थन में उतरे NDA नेता, देखिए किसने क्या कहा

भारतपीएम मोदी भारत में X की नई 'सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली' रैंकिंग में सबसे आगे