आंदोलन स्थलों से पंजाब में अपने घर लौटने वाले किसानों का होगा स्वागत
By भाषा | Updated: December 9, 2021 20:43 IST2021-12-09T20:43:32+5:302021-12-09T20:43:32+5:30

आंदोलन स्थलों से पंजाब में अपने घर लौटने वाले किसानों का होगा स्वागत
चंडीगढ़, नौ दिसंबर पंजाब के कई गांव उन किसानों का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक साल से आंदोलन करने के बाद अपने घर लौट रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा बृहस्पतिवार को आंदोलन समाप्त करने की घोषणा किये जाने के बाद घर लौटने वाले किसानों के सम्मान की तैयारी की जा रही है।
मोहाली जिले में चिल्ला गांव की जनसंख्या दो हजार के आसपास है और गांववालों ने दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर जोरशोर से आंदोलन में भाग लिया था। एक स्थानीय निवासी जगतार सिंह ने कहा, “गांव लौटने पर हम उन्हें (किसानों) सम्मानित करेंगे।”
उन्होंने कहा कि गांव के 50-60 लोगों ने सिंघू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा, “हम उन्हें एक ट्रॉफी तथा शॉल देकर सम्मानित करेंगे।” उन्होंने कहा कि उनके गांव के चार लोगों ने प्रदर्शनस्थल पर एक साल बिताया। सिंह ने कहा कि वे उन महिलाओं और बच्चों को भी सम्मानित करेंगे जो आंदोलन के समर्थन में किसानों का झंडा उठाकर यातायात सिग्नल पर हर दिन खड़े रहे।
इसी प्रकार राज्य के कई स्थानों पर ग्रामीणों ने घर लौट रहे किसानों को सम्मानित करने की योजना बनाई है। पंजाब के बहुत से किसानों ने आंदोलन का समर्थन करने के लिए हरियाणा के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
भारतीय किसान यूनियन के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि लोगों ने घर लौट रहे किसानों को सम्मानित करने की तैयारी की है। लखोवाल ने कहा कि कुछ किसानों ने सिंघू बॉर्डर पर एक साल से ज्यादा का समय बिताया।
भारती किसान यूनियन (एकता उग्रहण) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा कि किसान 11 दिसंबर से दिल्ली की सीमाओं के प्रदर्शन स्थलों से वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, “उनके गांवों में उनका स्वागत किया जाएगा।
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