बिहार: सीएम नीतीश कुमार पर जमकर बरसे किसान नेता राकेश टिकैत और राजद विधायक सुधाकर सिंह, बोले-यहां 17 सालों से है बेईमानों की सरकार
By एस पी सिन्हा | Published: February 27, 2023 05:18 PM2023-02-27T17:18:54+5:302023-02-27T17:47:13+5:30
आपको बता दें कि भारतमाला एक्सप्रेस वे के तहत किसानों के लिए जा रहे जमीन के उचित मुआवजा को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत कैमूर पहुंचे थे। ऐसे में एक्सप्रेस वे निर्माण में कैमूर जिले के 5 प्रखंडों के 50 गांव के किसान प्रभावित हुए हैं।
पटना: राजद विधायक व पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने किसान नेता राकेश टिकैत के साथ मिलकर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। बिहार के कैमूर जिले के चांद प्रखंड पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत और सुधाकर सिंह ने किसानों के हक में आवाज बुलंद करते हुए बताया कि सरकार किसानों के हक मारने की नीति पर काम कर रही है।
बिहार की 17 सालों से बेईमानों की सरकार है। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो किसी भी ऑफिस में बिना घूस दिए काम कराया हो।
किसान नेता राकेश टिकैत ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि वह सभी किसानों को मजदूर बनाना चाहती है। इसलिए किसानों की जमीन को औने पौने दाम पर खरीदना चाहती है। लेकिन हम किसानों को अपनी जमीनों को नहीं बेचना है फसलों को बेचकर ही हम लोग अपना काम चलाएंगे और इस सरकार के खिलाफ आंदोलन हम लोगों का तेज होगा।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार अगर सजग नहीं हुई तो बिहार में भी ट्रैक्टर आंदोलन किया जाएगा। दरअसल, भारतमाला एक्सप्रेस वे के तहत किसानों के लिए जा रहे जमीन के उचित मुआवजा को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत वहां पहुंचे थे। आपको बता दें कि एक्सप्रेस वे निर्माण में कैमूर जिले के 5 प्रखंडों के 50 गांव के किसान प्रभावित हुए हैं।
जिले में क्या बोले राजद नेता सुधाकर सिंह
वहीं इस दौरान सुधाकर सिंह ने कहा किसान नेता राकेश टिकैत ने देश के प्रधानमंत्री को किसानों के मुद्दे को लेकर घुटने पर लाने का काम किया था। उनके अनुसार, हम लोगों ने पहली बार पीएम मोदी को किसानों की मांग को लेकर झुकते हुए देखा है। ऐसे में उन्होंने आगे कहा है कि बिहार की 17 सालों से बेईमानों की सरकार है। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो किसी भी ऑफिस में बिना घूस दिए काम कराया हो।
जिले से सुधाकर सिंह ने कहा कि पहले कैमूर आना अधिकारियों के लिए काला पानी की सजा की तरह था। लेकिन अब जो भ्रष्ट अधिकारी होते हैं वह 80 लाख से एक करोड़ घुस देकर कैमूर आना चाहते हैं।
हमारे कुछ भी बोलने से अगर आप नाराज हो रहे हैं तो आप ही वह शब्द बताइए जिसे मैं विधानसभा में बोलूं तो आप नाराज नहीं होंगे। उन्होंने सीएम नीतीश के उस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि चौथे कृषि रोड मैप में किसान अंग्रेजी में अपनी बात करने लगा तो उस पर भी मुख्यमंत्री भड़क गए की हमने सारे स्कूल कॉलेज तो बर्बाद कर दिया फिर यह इतना पढ़ लिख कैसे गया?