दिल्ली में मानसून पर भविष्यवाणी क्यों हो रही थी बार-बार फेल, मौसम विभाग ने दी ये सफाई

By भाषा | Updated: July 13, 2021 08:40 IST2021-07-13T00:50:53+5:302021-07-13T08:40:03+5:30

देश के कई हिस्सों में जहां अच्छी बारिश देखने को मिली है वहीं, दिल्ली और आसपास के कुछ इलाकों को अब भी मानसून का इंतजार है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी बार-बार फेल होती नजर आ रही है।

Failure of numerical model in predicting advance of monsoon over Delhi rare: IMD | दिल्ली में मानसून पर भविष्यवाणी क्यों हो रही थी बार-बार फेल, मौसम विभाग ने दी ये सफाई

दिल्ली वालों को मानसून का इंतजार (फाइल फोटो)

Highlightsदिल्ली में मानसून के पहुंचने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी बार-बार हो रही है गलत साबित ऐसे में मौसम विभाग ने संख्यात्मक मॉडलों द्वारा ऐसी विफलता को "दुर्लभ और असामान्य" बताया है

नयी दिल्ली: दिल्ली के ऊपर दक्षिणपश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने को लेकर कई पूर्वानुमान में त्रुटियों को लेकर आलोचना का सामना कर रहे भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि राजधानी में मानसून के आगे बढ़ने की भविष्यवाणी करने में संख्यात्मक मॉडलों द्वारा ऐसी विफलता "दुर्लभ और असामान्य" है।

मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि उसके नवीनतम मॉडल विश्लेषण से संकेत मिला था कि बंगाल की खाड़ी से निचले स्तर पर नम पूर्वी हवाएं 10 जुलाई तक पंजाब और हरियाणा को आच्छादित करते हुए उत्तर पश्चिम भारत में फैल जाएंगी, जिससे मानसून आगे बढ़ेगा और 10 जुलाई से दिल्ली सहित इस क्षेत्र में वर्षा गतिविधियों में वृद्धि होगी।

आईएमडी ने एक बयान में कहा कि तदनुसार, नम पूर्वी हवाएं उत्तर पश्चिम भारत में फैल गई हैं। आईएमडी ने कहा कि इन नम हवाओं के कारण बादल छाने और सापेक्षिक आर्द्रता में वृद्धि हुई है। इससे इस क्षेत्र में मानसून फिर से बहाल हुआ है और पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर में काफी व्यापक या व्यापक वर्षा और पंजाब एवं पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट वर्षा हुई है।

आईएमडी ने कहा, ‘‘हालांकि, इससे दिल्ली में महत्वपूर्ण वर्षा नहीं हुई, भले ही दिल्ली के आसपास के पड़ोसी स्थानों पर वर्षा हुई।’’

आईएमडी ने कहा कि गंगानगर और जैसलमेर के रेगिस्तानी जिले में भी बारिश हुई और दिल्ली में नहीं हुई। उसने कहा, ‘‘दिल्ली में मानसून के आगे बढ़ने की भविष्यवाणी में संख्यात्मक मॉडल की इस तरह की विफलता दुर्लभ और असामान्य है।’’

उसने कहा, ‘‘यह उल्लेख करने की आवश्यकता नहीं है कि आईएमडी ने हाल के वर्षों में दिल्ली में मानसून के आगे बढ़ने और मानसून 2021 के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के बारे में लगभग चार से पांच दिन पहले उच्च सटीकता के साथ अच्छी भविष्यवाणी की है।’’

आईएमडी ने 13 जून को कहा था कि दक्षिण पश्चिम मानसून 15 जून तक राष्ट्रीय राजधानी में पहुंच जाएगा। आईएमडी ने कहा कि 3 जून को केरल में मानसून की शुरुआत के बाद, अनुकूल वायुमंडलीय परिसंचरण और बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव प्रणाली के साथ मॉनसून 13 जून तक देश में आगे बढ़ता रहा। 13 जून तक, इसने उत्तर पश्चिम भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों को कवर कर लिया था।

न्यूमेरिकल वेदर प्रेडिक्शन (एनडब्ल्यूपी) मॉडल ने 13 जून को उत्तर पश्चिमी भारत में नम निचले स्तर की पूर्वी हवाओं के साथ अनुकूल परिस्थितियां होने का संकेत दिया, जिससे बाद के 48 घंटों में मानसून को मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में आगे बढ़ने में मदद मिलती।

आईएमडी ने कहा, ‘‘तदनुसार, 13 जून को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी जिसमें 15 जून तक दिल्ली में मानसून के संभावित आगमन का संकेत दिया गया था।’’

हालांकि 14 जून को, उपग्रह और एनडब्ल्यूपी मॉडल पर आधारित मौसम विश्लेषण ने उत्तर-पश्चिम भारत पर पूर्वी हवाओं के कमजोर होने का संकेत मिला। इसने 14 जून को एक अद्यतन प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसमें यह संकेत दिया गया कि दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की आगे की प्रगति धीमी और विलंबित होगी।

Web Title: Failure of numerical model in predicting advance of monsoon over Delhi rare: IMD

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे