नयी दिल्ली, 15 दिसंबर दिल्ली की विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) ने जब्त किये गए अवैध पटाखों और अन्य विस्फोटक सामग्री की जांच, यहां स्थित अपनी विस्तारित इकाई ‘वीरा’ केंद्र में करने का निर्णय लिया है।
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक आधिकारिक वक्तव्य के अनुसार, नए स्थापित केंद्र में नमूनों की जांच के लिए ‘एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर’ जैसे कई उन्नत उपकरण मौजूद हैं।
वक्तव्य में कहा गया कि ‘कम विस्फोटक’ और ‘उच्च विफोटक’ सामग्री की जांच करने की प्रक्रिया बेहद जटिल है।
प्रयोगशाला की निदेशक दीपा वर्मा ने कहा कि उन्होंने उत्तर पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी में सेक्टर-23 में वीरा केंद्र में ‘एक्सप्लोसिव रेसिडु एग्जामिनेशन’ केंद्र शुरू कर दिया है।
उन्होंने एक वक्तव्य में कहा, “किसी भी धमाके या विस्फोट में आग लग जाती है जिससे साक्ष्य का एक बड़ा हिस्सा नष्ट हो जाता है। इसलिए वैज्ञानिक महत्व की सूक्ष्म वस्तुओं का संकलन और उन्हें सुरक्षित रखना इस क्षेत्र की बड़ी चुनौती है क्योंकि उससे ही साक्ष्य का पता लग सकता है।”
वर्मा ने कहा कि प्रयोगशाला में प्रदूषण कारक पटाखों पर अनुसंधान की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है।
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