‘ईयू देशों को प्रमाणपत्र जारी करने के लिये डब्ल्यूएचओ से मंजूर टीकों को स्वीकारने का विकल्प होगा’
By भाषा | Updated: June 29, 2021 21:30 IST2021-06-29T21:30:21+5:302021-06-29T21:30:21+5:30

‘ईयू देशों को प्रमाणपत्र जारी करने के लिये डब्ल्यूएचओ से मंजूर टीकों को स्वीकारने का विकल्प होगा’
नयी दिल्ली, 29 जून यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को अलग-अलग तौर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा मंजूर कोविड-19 रोधी टीकों जैसे कि कोविशील्ड के लिए ईयू के डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र या ‘ग्रीन पास’ प्राप्त करने का विकल्प होगा। ईयू के एक अधिकारी ने मंगलवार को इस बारे में बताया।
अधिकारी ने कहा कि यूरोपीय मेडिसिन्स एजेंसी (ईएमए) को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीका के लिए सोमवार तक अनुमति का अनुरोध नहीं मिला है। ईएमए ने अब तक कोविशील्ड टीका को मंजूरी नहीं दी है। भारत में ऐसी आशंकाएं हैं कि जिन लोगों ने कोविशील्ड टीके की खुराक ली है, वे यूरोपीय संघ की ‘ग्रीन पास’ योजना के तहत इसके सदस्य देशों की यात्रा नहीं कर पायेंगे।
ईयू डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र या ‘ग्रीन पास’ यूरोप के देशों में यात्रा के लिए अनिवार्य होगा और इस दस्तावेज को प्रमाण के तौर पर दिखाया जायेगा कि व्यक्ति को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा चुका है। अधिकारी ने कहा, ‘‘ईयू डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र का उद्देश्य ईयू में मुक्त यात्रा की सुविधा देना है। यह यात्रा के लिए पूर्व शर्त नहीं है।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र का उद्देश्य यही है कि अब सदस्य देशों के पास अपने-अपने स्तर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मंजूर टीकों जैसे कि कोविशील्ड को स्वीकारने का विकल्प होगा।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।