तिरुवनंतपुरम, 28 मार्च माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने केरल से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव स्थगित करने के निर्वाचन आयोग के निर्णय पर रविवार को संदेह जताया और इसे ‘असंवैधानिक’ करार दिया।
वामदलों के लिए केरल में चुनाव प्रचार करने गए येचुरी ने कहा कि निर्वाचन आयोग का फैसला राज्यसभा में केरल को प्रतिनिधित्व देने से इनकार करने जैसा है।
केंद्र द्वारा कुछ मुद्दे उठाए जाने के बाद आयोग ने राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव स्थगित करने का फैसला लिया था।
केंद्र की भाजपा नीत सरकार को निशाने पर लेते हुए येचुरी ने कहा कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और केरल में इनका उपयोग अनैतिक तरीके से निशाना बना कर किया जा रहा है।
केरल सरकार द्वारा ईडी के विरुद्ध न्यायिक जांच के सुझाव के निर्णय पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर येचुरी ने एक संवाददाता से कहा कि केंद्रीय मंत्री को संविधान फिर से पढ़ना चाहिए।
माकपा नेता ने कहा, “माननीय रक्षा मंत्री जी को फिर से संविधान पढ़ना चाहिए। कोई भी केंद्रीय एजेंसी बिना राज्य सरकार की अनुमति के किसी राज्य में दखलंदाजी नहीं कर सकती। और यदि संबंधित राज्य अनुमति नहीं देता है तो उन्हें अदालत के पास जाना चाहिए।”
कांग्रेस की आलोचना करते हुए येचुरी ने कहा कि पार्टी भाजपा-आरएसएस के मुकाबले हिंदुत्व के अधिक नारे लगाना चाहती है और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है।
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