बेंगलुरू, छह अगस्त कांग्रेस विधायक बी. जेड. जमीर अहमद खान ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की महानगर में उनके नवनिर्मित घर पर छापेमारी का 4000 करोड़ रुपये के आईएमए पोंजी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि सुबह में ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी के बाद उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया है लेकिन उनसे कहा है कि जब भी जरूरत पड़े वह एजेंसी के समक्ष पेश हों।
खान ने कहा, ‘‘बृहस्पतिवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे से आठ बजे के बीच ईडी के अधिकारी आए थे, वे घर के सिलसिले में आए थे, उन्होंने पूछा कि जमीन कब खरीदी गयी, घर कब बना और इसके हिसाब-किताब के बारे में पूछा। मैंने उन्हें पूरी सूचना दे दी है।’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि ईडी के अधिकारी निर्माण लागत और अन्य ब्यौरे के बारे में जानना चाहते थे, जिसे उन्होंने उनको उपलब्ध करा दिया और बैंक खाता भी उन्हें दिखाया गया।
विधायक ने कहा, ‘‘संतुष्ट होने के बाद अधिकारी चले गए और कहा कि जब भी वे मुझे बुलाएंगे तो मुझे जाना होगा, मैं जाऊंगा...उन्होंने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया है। हमने आयकर विभाग में सब कुछ घोषित किया हुआ है। ईडी ने मेरे घर पर छापेमारी की और मेरे भाई के घर एवं यात्रा कार्यालय पर भी छापेमारी की। वे कुछ उम्मीद से आए थे लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।’’
खान से जुड़े घरों एवं कार्यालयों पर बृहस्पतिवार की सुबह में एक साथ छापेमारी शुरू हुई थी।
खान ने दावा किया कि ईडी की छापेमारी का आईएमए घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है।
दिल्ली में अधिकारियों ने कहा था कि ईडी ने पूर्व मंत्री आर. रोशन बेग और कांग्रेस के एक विधायक के खिलाफ कई करोड़ रुपये के कथित आईएमए पोंजी घोटाले में धनशोधन की जांच के सिलसिले में छापेमारी की।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।