श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में शनिवार को मध्यम तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया लेकिन किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि 4.5 तीव्रता वाला भूकंप का झटका दोपहर 12 बजकर दो मिनट पर आया। इसका केंद्र 120 किलोमीटर गहराई में स्थित था। उन्होंने कहा कि भूकंप से किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं हैं।
लद्दाख क्षेत्र में शुक्रवार शाम 5.4 और 3.6 की मध्यम तीव्रता वाला भूकंप दो बार आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी। एनसीएस ने कहा कि 5.4 तीव्रता वाला भूकंप शाम चार बज कर 27 मिनट पर आया। वहीं, 3.6 तीव्रता वाला भूकंप शाम पांच बज कर 29 मिनट पर आया। हिमालयी क्षेत्र भूकंपीय गतिविधियों के लिये अत्यधिक संवेदेनशील है।
भूकंप बाद सहायता के रूप में भारत ने नेपाल को 96 करोड़ रुपये दिये
नेपाल में 2015 में आये विनाशकारी भूकंप के बाद सहायता एवं पुनर्वास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत भारत ने करीब 96 करोड़ रुपये दिये हैं। भारतीय दूतावास ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इस विनाशकारी भूकंप में नेपाल में 9,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। यह वित्तीय सहायता आवास एवं विद्याालय क्षेत्र सहायता के रूप में मुहैया की गई।
प्राकृतिक आपदा में प्रभावित हुए शैक्षणिक संस्थानों एवं भवनों के मरम्मत कार्य में इससे सहायता मिलेगी। दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत सरकार ने भूकंप बाद की पुनर्निर्माण सहायता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए 1.54 अरब नेपाली रुपये (भारतीय मुद्रा में करीब 96 करोड़ रुपये) नेपाल को मुहैया किये। ’’
भारतीय दूतावास में उप मिशन प्रमुख नामग्याल खाम्पा ने 1.54 अरब नेपाली रुपये का चेक नेपाल के वित्त मंत्री के सचिव शिशिर कुमार धुनगणा को सौंपा। बयान में कहा गया है कि भारत ने गोरखा और नुवाकोट जिलों में 50,000 निजी आवास का पुनर्निर्माण कराने में मदद करने की भी अपनी प्रतिबद्धता जताई। इनमें 92 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘भारत भूकंप से उबरने में नेपाल के लोगों और सरकार की सहायता जारी रखने के लिये प्रतिबद्ध है। ’’
इस्तांबुल में 4.2 तीव्रता का भूकंप का झटका
इस्तांबुल, 24 सितंबर (एपी) तुर्की के शहर इस्तांबुल में बृहस्पतिवार को 4.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया। सरकार की एजेंसी ने बताया कि जान और माल के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं है। आपदा एवं आपात स्थिति प्रबंधन प्रेसिडेंसी ने बताया कि भूकंप का केंद्र मरमारा के सागर में था।
भूकंप स्थानीय समयानुसार शाम चार बजकर 48 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार दोपहर एक बजकर 38 मिनट) पर आया था और यह इस्तांबुल और अन्य क्षेत्रों में महसूस किया गया। इस्तांबुल के गवर्नर के दफ्तर ने बताया कि अब तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है। तुर्की के उत्तर पश्चिम इलाके में 1999 में भूकंप के दो बड़े झटके महसूस किए गए थे, जिनमें करीब 18,000 लोगों की मौत हुई थी।