नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वाउचर आधारित डिजिटल भुगतान प्रणाली- ई-रुपी से लक्षित, पारदर्शी, रिसाव मुक्त डिलीवरी में मदद मिलेगी। मोदी ने एक व्यक्ति और उद्देश्य-विशिष्ट डिजिटल भुगतान समाधान ई-आरयूपीआई लॉन्च किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के जरिये 300 योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को उपलब्ध करा रही है। इनमें एलपीजी, राशि से लेकर पेंशन तक शामिल है। प्रौद्योगिकी को गरीबों की मदद के लिये एक उपाय के रूप में देखा जा रहा है, प्रौद्योगिकी पारदर्शिता ला रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जुलाई में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिये 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 300 करोड़ लेन-देन हुए।
पीएम मोदी ने वर्चुअल लॉन्च इवेंट में बोलते हुए कहा, "ई-आरयूपीआई एक उदाहरण है कि भारत कैसे आगे बढ़ रहा है और 21वीं सदी में लोगों को उन्नत तकनीक की मदद से जोड़ रहा है। मुझे खुशी है कि यह उस वर्ष में शुरू हुआ है जब भारत अपनी आजादी के 75 वें वर्ष का जश्न मना रहा है।"
पीएम मोदी ने कहा, "ई-रुपी वाउचर देश में डिजिटल लेनदेन और डीबीटी को बढ़ावा देने में भूमिका निभाएगा। इससे लक्षित, पारदर्शी और रिसाव मुक्त वितरण में सभी को मदद मिलेगी।" प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, ई-आरयूपीआई डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित साधन है। इसमें कहा गया है कि ई-आरयूपीआई इलेक्ट्रॉनिक वाउचर की एक अवधारणा है जो प्रधानमंत्री के सुशासन के दृष्टिकोण को आगे ले जाती है।