आसन के पास खड़े होकर चर्चा नहीं करें, अन्यथा मुझे कार्रवाई करनी पड़ेगीः बिरला
By भाषा | Updated: November 19, 2019 16:30 IST2019-11-19T16:30:07+5:302019-11-19T16:30:07+5:30
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी लोकसभा की बैठक हंगामे के साथ शुरू हुई और कांग्रेस नेताओं सोनिया, राहुल गांधी से एसपीजी की सुरक्षा वापस लिये जाने के मुद्दे पर कांग्रेस, द्रमुक के सदस्यों ने पूरे प्रश्नकाल में आसन के समीप नारेबाजी की।

स्पीकर की चेतावनी के बावजूद सदस्य आसन की ओर मुखातिब होकर अपनी बात कहते हुए और नारेबाजी करते हुए देखे गये।
लोकसभा में मंगलवार को गांधी परिवार के सदस्यों की एसपीजी सुरक्षा हटाये जाने के विषय पर कांग्रेस व द्रमुक सदस्यों की नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों को आसन के समीप खड़े होकर आसन से चर्चा नहीं करने की चेतावनी दी।
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी लोकसभा की बैठक हंगामे के साथ शुरू हुई और कांग्रेस नेताओं सोनिया, राहुल गांधी से एसपीजी की सुरक्षा वापस लिये जाने के मुद्दे पर कांग्रेस, द्रमुक के सदस्यों ने पूरे प्रश्नकाल में आसन के समीप नारेबाजी की।
हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल चलाया और किसानों से संबंधित विषय पर सदस्यों ने कृषि मंत्री से प्रश्न पूछे। इस दौरान बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘यहां आसन के पास खड़े होकर आसन से सदन में चर्चा कराने की परंपराएं रही होंगी। लेकिन आज के बाद आसन के पास खड़े होकर आसन से चर्चा नहीं करें, अन्यथा मुझे कार्रवाई करनी पड़ेगी।’’
हालांकि स्पीकर की चेतावनी के बावजूद सदस्य आसन की ओर मुखातिब होकर अपनी बात कहते हुए और नारेबाजी करते हुए देखे गये। इससे पहले भी बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील करते हुए कहा कि किसानों के विषय पर चर्चा हो रही है और ऐसे में सदन में हंगामा अच्छी परंपरा नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर लौट जाते हैं तो वह उन्हें किसानों के मुद्दे पर पूरक प्रश्न पूछने का अवसर देंगे। हालांकि विपक्षी सदस्य पूरे प्रश्नकाल के दौरान नारेबाजी करते रहे।