चेन्नई, तीन अप्रैल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कथित ‘भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति’ के लिए द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन ही तमिलनाडु की संस्कृति में विश्वास करने वाले लोगों की ‘रक्षा’ कर सकता है।
राज्य के सर्वांगीण विकास के वादे के साथ राजग उम्मीदवारों के लिए वोट की अपील करते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी बहुत साधारण पृष्ठभूमि से आए हैं जबकि द्रमुक और कांग्रेस के नेता ‘‘वंशवाद’’ की राजनीति से आए हैं।
शाह ने चेन्नई में संवाददाताओं से कहा, ‘‘सिर्फ अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन ही तमिलनाडु के मछुआरों, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और राज्य की संस्कृति में विश्वास करने वालों की रक्षा कर सकता है।’’
तमिलनाडु की 234 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक चरण में छह अप्रैल को मतदान होना है। मतगणना दो मई को होगी।
तिरुनेलवेली में चुनावी रैली में शाह ने आरोप लगाया कि द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन अपने बेटे उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाने के लिए चिंतित हैं।
शाह ने कहा, ‘‘जब मैं उदयनिधि का जिक्र करता हूं तो स्टालिन सर का गुस्सा और बीपी (रक्तचाप) बढ़ जाता है और वह किसी के बारे में भी कुछ से कुछ बोलने लगते हैं।’’
दोनों दलों के खिलाफ वंशवादी राजनीति और परिवार पर अपना हमला जारी रखते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस ‘‘4 जी’’ और द्रमुक ‘‘3 जी’’ है। उन्होंने राजनीति में दोनों दलों के परिवारों के नेताओं की पीढ़ियों का हवाला दिया।
शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस की चौथी पीढी-4जी चल रही है- जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अब राहुल गांधी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘द्रमुक की तीसरी पीढ़ी-3 जी- चल रही है। एम करूणानिधि के बाद स्टालिन और अब स्टालिन तमिलनाडु का भविष्य दांव पर लगाने के लिए उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाने का प्रयास कर रहे हैं।’’
शाह ने कहा, ‘‘तमिलनाडु के लोगों को फैसला करना है कि वे किनके साथ जाना चाहते हैं। जो उनका ख्याल रखते हैं या जो अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। ’’
द्रमुक के नेता ए राजा का नाम लिए बिना उनपर हमला करते हुए शाह ने कहा, ‘‘सारी परंपरा को तोड़ते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री पलानीस्वामी की दिवंगत मां के खिलाफ टिप्पणी की। द्रमुक को इसके लिए लज्जा महसूस होनी चाहिए।’’
राजा पिछले दिनों चुनावी रैली में पलानीस्वामी की मां के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी से विवादों में घिर गए थे जिसके कारण उनकी आलोचना हुई थी।
बैलों की दौड़ जलीकट्टू को लेकर शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने प्रतिबंध के बाद इसे बहाल करने की अनुमति दी थी और आशंका जतायी कि कांग्रेस और द्रमुक सत्ता में आयी तो इस पर रोक लगा सकती है।
इससे पहले शाह थाउजेंड लाइट्स सीट से भाजपा की उम्मीदवार खुशबू सुंदर के समर्थन में आयोजित एक रोड शो में शामिल हुए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने जनता से तमिलनाडु के विकास के लिए राज्य में ‘डबल इंजन’ सरकार बनाने की अपील की।
अन्नाद्रमुक, भाजपा और पीएमके राज्य में राजग बैनर के तहत चुनाव लड़ रहे हैं।
शाह ने यहां मतदाताओं से भारी बहुमत के साथ राजग उम्मीदवारों को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘ सिर्फ अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन ही तमिलनाडु के मछुआरों, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और राज्य की संस्कृति में विश्वास करने वालों की रक्षा कर सकता है।’’
गृह मंत्री ने राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाने और कोविड-19 महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु महामारी के खिलाफ लड़ाई में ‘अग्रिम मोर्चे’ पर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘तमिलनाडु का विकास भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति करने वाले द्रमुक और कांग्रेस को हराने पर ही संभव है।’’
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश भर में विकास संबंधी पहल की हैं, उसे तमिलनाडु में भी आना चाहिए ताकि तमिलनाडु के लिए ‘महान’ दिवंगत नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन और जे जयललिता ने जो सपने देखे थे, उसे पूरा किया जा सके। दोनों ही अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता थे।
इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने यहां सुंदर और निकट क्षेत्रों के अन्नाद्रमुक उम्मीदवारों के साथ एक खुले वाहन में यात्रा की।
शाह ने यहां चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में आयोजित रोड शो में हिस्सा लिया। इस दौरान ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ गठबंधन पार्टियों के कार्यकर्ता और समर्थक अपनी पार्टियों के झंडो को हाथों में लिए थे।
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