दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत 'पद्मश्री' देने की मांग बढ़ी
By भाषा | Updated: November 7, 2021 17:31 IST2021-11-07T17:31:45+5:302021-11-07T17:31:45+5:30

दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत 'पद्मश्री' देने की मांग बढ़ी
बेंगलुरू, सात नवंबर कन्नड़ फिल्म अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत 'पद्मश्री’ पुरस्कार से सम्मानित किये जाने की मांग बढ़ती जा रही है। कर्नाटक सरकार के दो मंत्रियों ने रविवार को मुख्यमंत्री से इस संबंध में केंद्र से सिफारिश करने का आग्रह किया।
कन्नड़ सिनेमा के दिग्गज अभिनेता डॉ राजकुमार के पांच बच्चों में सबसे छोटे पुनीत राजकुमार को सिनेमा जगत का सितारा माना जाता था। पुनीत (46) का 29 अक्टूबर को हृदय गति रुकने से निधन हो गया था।
कर्नाटक के कृषि मंत्री बी सी पाटिल ने कहा कि पुनीत राजकुमार को उनकी उपलब्धियों के लिए जीवित रहते हुए ही पद्मश्री दिया जाना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से अब वह हमारे बीच नहीं हैं, इसलिए यह सम्मान उन्हें मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाना चाहिए।
बी सी पाटिल ने कहा, "एक प्रशंसक के रूप में मैं भी अन्य प्रशंसकों की तरह पुनीत के लिए इस सम्मान की मांग करता हूं। सरकार का हिस्सा होने के नाते, मैं मुख्यमंत्री से केंद्र को इसकी सिफारिश करने का आग्रह करता हूं। पुनीत न केवल एक अभिनेता के रूप में बल्कि उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों के लिए भी वह इस सम्मान के योग्य हैं।’’
कर्नाटक के पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने भी दिवंगत अभिनेता को मरणोपरांत पद्मश्री देने की मांग करते हुए कहा, "पुनीत राजकुमार एक ऐसे व्यक्ति रहे जिनकी मानव सेवा करने की मानसिकता थी, वे पल्स पोलियो अभियान जैसे जनहित के कई अभियानों में हमारे साथ शामिल हुए थे। मैं उन्हें पद्मश्री दिलाने की मांग को अपना समर्थन देता हूं।’’
कन्नड़ फिल्मों के अभिनेता प्रेम ने भी पुनीत राजकुमार को पद्मश्री दिए जाने की कामना की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पुनीत को मरणोपरांत पद्मश्री देने का आग्रह किया था।
हाल ही में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ऐसी मांग पर मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "पद्म पुरस्कारों के लिए कब और किन क्षेत्रों के लोगों की सिफारिश की जानी चाहिए, इसको लेकर नियम हैं, यह एक तरह से पुनीत राजकुमार के लिए सर्वसम्मत सिफारिश होगी। राज्य सरकार प्रत्येक पहलू पर विचार करते हुए फैसला करेगी।
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