दिल्ली: यमुना का बढ़ा जलस्तर, खतरे के निशान से 206.24 मिमी ऊपर पहुंचा, आसपास के लोगों को शिफ्ट किया जा रहा
By अनिल शर्मा | Updated: July 11, 2023 10:20 IST2023-07-11T09:59:25+5:302023-07-11T10:20:10+5:30
सोमवार रात 11 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जल स्तर 206.04 मिमी दर्ज किया गया था। जबकि शनिवार और रविवार को लगातार बारिश और फिर से बारिश के कारण सोमवार को शहर के इलाकों में जल-जमाव की समस्या बनी रही।

दिल्ली: यमुना का बढ़ा जलस्तर, खतरे के निशान से 206.24 मिमी ऊपर पहुंचा, आसपास के लोगों को शिफ्ट किया जा रहा
नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे आस-पास के इलाकों में रहने वालों में खौफ है। बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जल स्तर, जो सोमवार को खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया था, मंगलवार को 206.24 दर्ज किया गया। लिहाजा राष्ट्रीय राजधानी में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है।
सोमवार रात 11 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जल स्तर 206.04 मिमी दर्ज किया गया था। जबकि शनिवार और रविवार को लगातार बारिश और फिर से बारिश के कारण सोमवार को शहर के इलाकों में जल-जमाव की समस्या बनी रही। सूचना के मुताबिक, हथिनी कुंड बैराज से सोमवार दिनभर दो लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया। वहीं लगातार बारिश से जलस्तर में काफी इजाफा हो गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर यमुना नदी का जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो आसपास झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों को स्थानांतरित करने का काम शुरू हो चुका है। यहां के स्थानीय लोगों के घरों में बारिश का पानी भी घुस गया है। बताया जा रहा है कि सोमवार बारिश के कारण सड़कें पानी में डूब गईं। इस कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। चाणक्यपुरी में राजनयिक एन्क्लेव में रहने वाले लोगों सहित निवासियों ने दिल्ली की अपर्याप्त जल निकासी व्यवस्था पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
चाणक्यपुरी में विदेशी मिशनों वाले राजनयिक एन्क्लेव के साथ-साथ वीआईपी आवास वाले अन्य क्षेत्र भी जलमग्न हो गए। भारी बारिश और जलभराव के कारण, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने भी भूतल पर रहने वाले वरिष्ठ नौकरशाहों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
कई आवासीय कॉलोनियों में मकान गिरने और जलभराव की खबरें हैं। चाणक्यपुरी, काका नगर, भारती नगर जैसे राजनयिक परिक्षेत्रों और एनडीएमसी के अधिकार क्षेत्र में अन्य प्रमुख सड़कों और कॉलोनियों में भी जलभराव की समस्या देखी गई।