यमुना नदी का जलस्तरः कम होना शुरू, हरियाणा ने आज हथनी कुंड बैराज से कम छोड़ा है पानी, लोहा पुल चालू
By भाषा | Published: August 21, 2019 07:16 PM2019-08-21T19:16:28+5:302019-08-21T19:16:28+5:30
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, जलस्तर दोपहर बाद दो बजे 206.60 मीटर था, जो शाम के पांच बजे घटकर 206.50 मीटर पर आ गया। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘जलस्तर में और गिरावट आने की संभावना है क्योंकि हरियाणा ने अब तक बड़ी मात्रा में हथनी कुंड बैराज से पानी नहीं छोड़ा है।’’
यमुना का जलस्तर बुधवार शाम से धीरे-धीरे घटना शुरू हो गया, लेकिन नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, जलस्तर दोपहर बाद दो बजे 206.60 मीटर था, जो शाम के पांच बजे घटकर 206.50 मीटर पर आ गया। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘जलस्तर में और गिरावट आने की संभावना है क्योंकि हरियाणा ने अब तक बड़ी मात्रा में हथनी कुंड बैराज से पानी नहीं छोड़ा है।’’
शाम 4 बजे हथनी कुंड बैराज से केवल 10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। नदी सोमवार को खतरे का निशान 205.33 मीटर को पार गई। इसकी वजह से निचले इलाकों में आयी बाढ़ के कारण वहां रहने वाले 15,000 से अधिक लोगों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा स्थापित शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।
Delhi: Traffic movement on the old iron bridge (Loha Pul) has been resumed (with speed restrictions), after water level of Yamuna river started receding today. (File pic) pic.twitter.com/c3zmDoZ0Ho
— ANI (@ANI) August 21, 2019
बुधवार को इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि राहत सामग्री की कमी न हो। उत्तर रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुराने यमुना पुल (लोहे वाला पुल) पर ट्रेनों की आवाजाही मंगलवार रात को अस्थायी रूप से बंद कर दी गई और ट्रेनों का मार्ग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से होकर परिवर्तित किया गया।
दिल्ली के अधिकारियों ने यमुना पर लोहे वाले पुल को पहले ही यातायात के लिए बंद कर दिया था।