दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प, आगजनी और फायरिंग भी हुई
By विनीत कुमार | Updated: November 2, 2019 16:29 IST2019-11-02T16:21:45+5:302019-11-02T16:29:02+5:30
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पार्किंग विवाद के कारण पुलिस और वकीलों में झड़प हो गई। मिली जानकारी के अनुसार एक वकील को ज्यादा चोट लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प, आगजनी और फायरिंग भी हुई
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गई। मिली जानकारी के अनुसार पार्किंग को लेकर ये विवाद शुरू हुआ और हंगामा बाद में काफी बढ़ गया। इस विवाद के दौरान फायरिंग होने की भी खबर है। एक वकील को ज्यादा चोट लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान कवरेज के लिए वहां गये कुछ पत्रकारों को भी पीटे जाने की खबर है।
साथ ही पुलिस की एक गाड़ी को भी जलाए जाने की खबर है।फिलहाल इस मामले में और विस्तृत जानकारी का इंतजार है। इस बीच अतिरिक्त पुलिस बल और दमकल की गाड़ियों को भी घटनास्थल पर भेजा गया है। पुलिस और वकीलों में झड़प के बाद तनाव अब भी बरकरार है।
Delhi: A scuffle has broken out between Delhi Police and lawyers at Tis Hazari court. One lawyer injured and admitted to hospital. A vehicle has been set ablaze at the premises. More details awaited. pic.twitter.com/8wrvNXuLLT
— ANI (@ANI) November 2, 2019
बहरहाल इस विवाद के बाद तीस हजारी बार एसोसिएशन के जय बिस्वाल ने कहा, 'कोर्ट आते समय एक वकील की गाड़ी में एक पुलिस की गाड़ी ने टक्कर मार दी थी। वकील ने जब इस पर नाराजगी जताई तो उसके साथ बहस की गई और 6 पुलिसवाले उसे अंदर ले गये और मारपीट की। लोगों ने इसे देखा और पुलिस को बुलाया।'
बिस्वाल ने आगे कहा, 'एसएचओ और स्थानीय पुलिस वहां पहुंची लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। हमने इसकी सूचना हाई कोर्ट को दी। एक टीम को 6 जजों के साथ वहां भेजा गया लेकिन उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया गया। जब वे वहां से जाने लगे तो पुलिस ने फायरिंग की।'
दिल्ली बार काउंसिल ने पुलिस वालों को बर्खास्त करने की मांग की
बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के केसी मित्तल ने इस बीच दोषी पुलिसवालों को बर्खास्त करने की मांग की है। केसी मित्तल ने कहा, हम इस घटना निंदा करते हैं। एक वकील की हालत गंभीर है। एक युवा वकील को लॉक-अप में पीटा गया। ये पुलिस की ज्यादती है। उन्हें बर्खास्त करना चाहिए और सजा मिलनी चाहिए। हम दिल्ली के वकीलों के साथ हैं।