लाइव न्यूज़ :

दिल्ली पुलिस ने ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के आरोप में भागलपुर से महिला को गिरफ्तार किया

By भाषा | Updated: May 30, 2021 19:33 IST

Open in App

भागलपुर, 30 मई बिहार के भागलपुर जिला के घोघा थानाक्षेत्र के पक्कीसराय गांव से दिल्ली पुलिस की साईबर सेल की एक टीम ने ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर एक महिला को गिरफ्तार किया है ।

भागलपुर की वरीय पुलिस अधीक्षक नताशा गुड़िया ने रविवार को बताया कि दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध शाखा की एक टीम ने घोघा थाना क्षेत्र की सरिता देवी नामक एक महिला को गिरफ्तार किया है।

मामल के जांचकर्ता दिल्ली साईबर सेल के अवर निरीक्षक कर्णवीर ने रविवार को बताया कि सरिता देवी ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह, उसके पति सौदागर मंडल एवं परिवार के अन्य सदस्य एक ईंट भट्टे में मजदूरी करते हैं ।

उन्होंने बताया कि दिल्ली निवासी एक व्यक्ति ने करीब एक माह पूर्व ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसीविर दवा की कालाबाजारी को लेकर लाखों रुपया ठगी कर लिए जाने का एक मामला दर्ज कराया था। शिकायतकर्ता ने कालाबाजारी करने वाले गिरोह द्वारा अपने बैंक खाते में राशि ट्रांसफर करवा लिए जाने और इन सामग्रियों की आपूर्ति नहीं किए जाने का आरोप लगाया था ।

कर्णवीर ने बताया कि यह मामला ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसीविर दवा की कालाबाजारी को लेकर करोडों रूपये की ठगी से जुडा है । पहले, राशि कर्नाटक स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एक खाते में ट्रांसफर हुआ और फिर वहां से बिहार में इन आरोपियों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया ।

उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि सरिता देवी के खाते में पिछले तीन माह में करीब 90 लाख रुपये का विनिमय किया गया है जबकि उनकी बहन पिंकी देवी के खाते से करीब 44 लाख रूपये और उसके तीन अन्य परिजनों के खातों से भी रुपए का विनिमय किया गया है । केवल सरिता देवी और उनके परिवार के पांच सदस्यों के खातों में करोडों रूपये अंतरित किए गए हैं ।

कर्णवीर ने बताया कि सरिता देवी से गहन पूछताछ के लिए उन्हें भागलपुर व्यवहार न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट पर लेने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है ।

उन्होंने बताया कि इस गिरोह में करीब 20 लोग शामिल हैं तथा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है ।

सरिता ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसके खाते से हुए ट्रांजैक्शन की जानकारी उसको नहीं है। उसने कहा कि पिछले एक साल से घोघा में आरओबी का काम चल रहा है जहां के मुंशी रौशन ने रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसके साथ 21 लोगों के खाते अलग-अलग बैंकों में खुलवाए थे जिसका न तो पासबुक और न ही एटीएम उन्हें दिया बल्कि अपने पास रख लिया। इसके लिए सभी के आधार कार्ड और फोटो भी मुंशी के द्वारा लिया गया था। उनके नाम पर नये सिम कार्ड भी खरीदे गए थे। इन नंबरों को खाते से जोड़कर रौशन सभी सिम अपने पास रखकर खुद इस्तेमाल करने लगा था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटHaryana vs Jharkhand, Final: 18 दिसंबर को झारखंड-हरियाणा में फाइनल मुकाबला, मप्र, राजस्थान, मुंबई, आंध्र, हैदराबाद और पंजाब बाहर

क्रिकेटIPL Auction 2026: सभी 10 टीमों के सोल्ड, अनसोल्ड और रिटेन किए गए खिलाड़ियों की पूरी लिस्ट देखें

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

क्रिकेटIPL 2026 Auction: मुंबई के सरफराज खान को CSK ₹75 लाख की बेस प्राइस पर खरीदा, पृथ्वी शॉ अनसोल्ड रहे

क्रिकेटIPL Auction: सबसे महंगे अनकैप्‍ड प्‍लेयर Prashant Veer, 14.20 करोड़ में चेन्‍नई सुपर किंग्‍स ने खरीदा

भारत अधिक खबरें

भारतछत्तीसगढ़ को शांति, विश्वास और उज्ज्वल भविष्य का प्रदेश बनाना राज्य सरकार का अटल संकल्प: 34 माओवादी कैडरों के आत्मसमर्पण पर बोले सीएम साय

भारतकौन हैं ऋतुराज सिन्हा?, नितिन नबीन की जगह दी जाएगी बड़ी जिम्मेदारी

भारतहैदराबाद का रहने वाला था बोंडी बीच शूटर साजिद अकरम, उसका बेटा ऑस्ट्रेलियाई नागरिक, तेलंगाना पुलिस ने की पुष्टि

भारतभाजपा को मां के समान मानते?, बिहार प्रमुख संजय सरावगी बोले-आगे बढ़ाने की दिशा में ईमानदारी से काम करेंगे

भारतहरियाणा सरकारः 23वां जिला हांसी, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की घोषणा