ऑक्सीजन की कमी से दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 मरीजों की मौत, दांव पर लगी है और 200 लोगों की जान
By विनीत कुमार | Updated: April 24, 2021 11:30 IST2021-04-24T11:14:48+5:302021-04-24T11:30:51+5:30
दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 20 मरीजों की मौत हो गई है। गंगाराम अस्पताल में भी कल 25 मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई थी।

ऑक्सीजन की कमी से जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 मरीजों की मौत (फाइल फोटो)
कोरोना संकट के बीच ऑक्सीजन की कमी से हालात और बदतर होने का सिलसिला जारी है। दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने से 20 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। अस्पताल की ओर से ये जानकारी दी गई है।
अस्पताल ने बताा है कि उसके पास कुछ ही घंटों का ऑक्सीजन बचा है और ऐसे 200 और मरीजों की जान दांव पर है। अस्पताल ने बताया है कि इसमें 80 प्रतिशत ऑक्सीजन पर हैं और 35 आईसीयू में भर्ती हैं। एनडीटीवी के अनुसार अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर डीके बालूजा ने बताया, 'हमें सरकार की ओर से 3.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिया गया है। ऑक्सीजन को शाम 5 बजे तक पहुंचना था लेकिन ये आधी रात तक पहुंचा। तब तक 20 मरीजों की जान जा चुकी थी।'
Delhi | Oxygen supply to last only half an hour now, more than 200 lives are at stake. We lost 20 people due to an oxygen shortage last night: DK Baluja, Jaipur Golden Hospital
— ANI (@ANI) April 24, 2021
वहीं, दिल्ली के बत्रा अस्पताल में भी यही हाल है। बत्रा अस्पताल के एमडी डॉक्टर एसीएल गुप्ता ने बताया है कि अस्पताल को करीब 12 घंटे तक गुहार लगाने के बाद 500 लीटर ऑक्सीजन मिला है। उन्होंने कहा कि अस्पताल की रोज की जरूरत 8000 लीटर है।
डॉक्टर गुप्ता ने कहा, हमारे पास 350 मरीज भर्ती हैं। कोविड के इलाज में ऑक्सीजन की बहुत जरूरत रहती हैं। हमें जब ऑक्सीजन ही नहीं मिल सकेगा तो हम क्या करेंगे।
इससे पहले मूलचंद अस्पताल की ओर से भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल अनिल बैज से तत्काल मदद की गुहार लगाई गई थी। यहां 130 से ज्यादा मरीज लाइफ सपोर्ट पर हैं।
वहीं, कल रात दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भी 25 मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हो गई थी। अस्पताल ने शुक्रवार सुबह आठ बजे के करीब मौतों की घोषणा की थी। इसके बाद सुबह करीब 9 बजे के आसपास एक ऑक्सीजन टैंकर अस्पताल पहुंचा था।