देश की राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरवाल ने बाढ़ का खतरे को ध्यान में रखते हुये प्रेस वार्ता किया है। केजरीवाल ने दिल्ली के किनारे और निचली इलाकों पर रहने वाले लोगों से अपील की है कि जगह को खाली कर सुरक्षित जगह पर जायें। दिल्ली के सीएम ने कहा है कि करीब 23 हजार लोग प्रभावित हो सकते हैं। केजरीवाल ने बताया है कि 120 जगह राहत कैंप बनाये गये हैं। जहां सारी सुविधा है। विभिन्न इलाकों को बाढ़ और संभावित तबाही से बचाने के लिए दिल्ली सरकार अलर्ट मोड में है।
दिल्ली सरकार ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है क्योंकि यमुना नदी में जलस्तर के खतरे के निशान को पार करने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार की शाम युमना नदी में जलस्तर 203.37 मीटर तक पहुंच गया है और इसके सोमवार तक इसके बढ़ कर 207 मीटर तक पहुंचने की संभावना है क्योकि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से शाम छह बजे आठ लाख 28 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
पूर्वी दिल्ली जिला ने एक आदेश में कहा है, ‘‘भारी बारिश के कारण जल स्तर बढ़ रहा है और साथ ही हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने और यमुना का जल स्तर कल सुबह 10 बजे तक 207 मीटर तक बढ़ सकता है, जिससे जान माल के नुकसान का खतरा पैदा हो गया है ।’’ सभी उप-विभागीय मजिस्ट्रेटों को सोमवार सुबह 9 बजे तक दिल्ली पुलिस और नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवकों की मदद से निचले इलाकों के लोगों को निकालने का निर्देश दिया गया है।
पिछले साल जुलाई में यमुना नदी में जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में यमुना के पुराने पुल पर यातायात परिचालन कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। पिछले साल यमुना नदी में जलस्तर 205.5 मीटर तक पहुंच गया था ।