दिल्ली चुनाव: अनुराग ठाकुर ने बताया शाहीन बाग का विरोध प्रदर्शन कब खत्म कराएगी BJP
By स्वाति सिंह | Updated: February 5, 2020 09:21 IST2020-02-05T09:01:58+5:302020-02-05T09:21:23+5:30
पिछले दिनों दिल्ली की एक चुनावी सभा में ठाकुर ने विवादित नारा लगाया था। इस पर चुनाव आयोग ने उन्हें प्रचार से तीन दिन के लिए प्रतिबंधित कर दिया।

ठाकुर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने का भी आरोप लगाया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि आठ फरवरी के विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी के सत्ता में आने पर शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शाहीन बाग संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन का केंद्र है।
इस बयान से कुछ दिन पहले चुनाव रैली के दौरान विवादित बयान देने के लिए ठाकुर के चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। ठाकुर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने का भी आरोप लगाया।
ठाकुर ने दिल्ली भाजपा कार्यालय में हुए एक कार्यक्रम में कहा, “जब दिल्ली के लोग कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) के पक्ष में अपना वोट डालेंगे...और 11 फरवरी को परिणाम आने के बाद, शाहीन बाग (प्रदर्शन स्थल) साफ कर दिया जाएगा।”
वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री, ठाकुर के चुनाव प्रचार करने पर उस वक्त 72 घंटे की रोक लगा दी थी जब उन्होंने “देश के गद्दारों को गोली मारने” का भड़काऊ नारा लगाने के लिए भीड़ को उकसाया था और सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को भला-बुरा कहा था।
अनुराग ठाकुर का राज्यसभा में हुआ था विरोध
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में मंगलवार को जब सभापति के कहने पर आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखे तब कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने उनका जम कर विरोध किया। सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाए।
पहले उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के लिए और फिर संस्कृति मंत्रालय के लिए दस्तावेज पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने वित्त मंत्रालय के लिए दस्तावेज पटल पर रखवाने के वास्ते वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का नाम पुकारा। ठाकुर खड़े हुए लेकिन कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सदस्यों ने ठाकुर का कड़ा विरोध करते हुए हंगामा किया। सभापति ने सदस्यों से कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।
ठाकुर ने हंगामे के बीच ही दस्तावेज पटल पर रखे और फिर अपने स्थान पर बैठ कर मुस्कुराते हुए एक किताब के पन्ने पलटने लगे। इस दौरान उन्होंने संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के साथ मुस्कुराते हुए बात भी की।