Delhi Elections 2025: दिल्ली में फिर से आप सरकार?, मनीष सिसोदिया ने कहा- अरविंद केजरीवाल की वापसी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 17, 2025 06:23 PM2025-01-17T18:23:13+5:302025-01-17T18:24:09+5:30
Delhi Elections 2025: भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और उपराज्यपाल को हर मामले में दखल नहीं देने देगी।

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Delhi Elections 2025: आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को दावा किया कि ‘आप’ दिल्ली में “आराम से” अगली सरकार बनाएगी और शहर का सियासी माहौल मुख्यमंत्री पद पर अरविंद केजरीवाल की वापसी का संकेत दे रहा है। पांच फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में जंगपुरा से किस्मत आजमा रहे सिसोदिया ने दावा किया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग कह रहे हैं कि वह फिर से उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। सिसोदिया ने कहा, “दिल्ली में ‘आप’ आराम से सरकार बनाएगी। सीटों की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन सियासी माहौल को देखते हुए यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि ‘आप’ आराम से सत्ता बरकरार रखने की स्थिति में है। लोग अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।”
मार्च 2023 में कथित आबकारी नीति घोटाला मामले में गिरफ्तारी से पहले ‘आप’ सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे सिसोदिया ने कहा कि लोगों को केजरीवाल पर भरोसा है, क्योंकि उन्होंने बिजली, पानी, महिलाओं के लिए बस यात्रा और शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा जैसी सुविधाएं मुफ्त में प्रदान करके उनका जीवन आसान बना दिया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह “झूठ” फैला रही है कि कथित आबकारी नीति घोटाले में आरोपी केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं बन सकते हैं। सिसोदिया ने कहा, “दिलचस्प बात यह है कि भाजपा मान रही है कि केजरीवाल दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। भाजपा के इस दुष्प्रचार में उसकी निराशा छिपी है कि वह (चुनाव) हार रही है।”
उन्होंने कहा, “उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश में कहीं नहीं कहा है कि केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बन सकते। कुछ मामूली, अस्थायी शर्तें हैं, जिन्हें मेरे मामले की तरह ही हटा दिया जाएगा, लेकिन भाजपा यह झूठ फैला रही है कि केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बन सकते।” ‘आप’ नेता ने कहा कि उनका प्रचार अभियान सुचारू रूप से चल रहा है ।
उन्होंने दावा किया कि जंगपुरा के लोग उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में पहचानते हैं, जिसने जमीनी स्तर पर काम किया और राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों का कायापलट कर दिया। उन्होंने कहा, “जंगपुरा के लोग कह रहे हैं कि अगर सिसोदिया विधायक चुने गए, तो उनका उपमुख्यमंत्री बनना तय है। मेरे पास कोई पद होगा या नहीं, यह भविष्य की बात है, लेकिन मैंने लोगों से वादा किया है कि अगर वे मुझे अपने विधायक के रूप में चुनते हैं, तो मैं पांच साल में जंगपुरा की हर सड़क की हालत वैसे ही सुधार दूंगा, जैसे मैंने स्कूलों की तस्वीर बदल दी।”
सिसोदिया ने कहा कि अगर ‘आप’ दिल्ली में सत्ता बरकरार रखती है, तो वह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और उपराज्यपाल को हर मामले में दखल नहीं देने देगी। उन्होंने कहा, “वे 2015 से वहीं हैं। वे भी वही हैं और हम भी वही हैं। अगर उनकी चली, तो सीसीटीवी कैमरे नहीं लगेंगे, नयी बसें नहीं खरीदी जाएंगी, स्कूल-अस्पताल नहीं बनेंगे, बिजली मुफ्त नहीं मिलेगी। हम उन्हें मनमानी नहीं करने देंगे। हम लोगों के लिए काम करेंगे।” दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव पांच फरवरी को होंगे, जबकि नतीजों की घोषणा आठ फरवरी को की जाएगी।
इस मुकाबले को 2015 से राजधानी में सत्ता में रही आप और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस दिल्ली में अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है, जिस पर उसने 2013 तक 15 वर्ष लगातार शासन किया था।