दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए बीते दिन शनिवार (आठ फरवरी) को वोटिंग करवाई गई थी, लेकिन चुनाव आयोग की ओर से अभी तक फाइनल वोटिंग के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं। इस पर आम आदमी पार्टी (आप) ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि दाल में कुछ काला है। कहीं कुछ पक रहा है।
आप के नेता संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है, 'दिल्ली विधानसभा का चुनाव संपन्न हुआ, संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे भी आए सभी चैनलों पर आ गए। पूरी दिल्ली और देश को को इस बात का इंतजार था कि चुनाव आयोग आधिकारिक रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बताएगा कि कितने फीसदी वोटिंग दिल्ली में हुई है। हिन्दुस्तान के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है। लोकसभा के चुनाव भी होते हैं उस समय भी उसी दिन आंकड़े बता दिए जाते हैं कि कितने फीसदी वोंटिग हुई है।'
उन्होंने कहा, 'मुझे याद है जब बैलेट पेपर से चुनाव होते है थे, चुनाव संपन्न होने के बाद खबरें आ जाती थीं कितने फीसदी वोटिंग हुई है। कल से पूरी दिल्ली इस बात का इंतजार कर रही है, हम लोग इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कितना मतदान हुआ है, ये तो बताया जाए। लेकिन, 70 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ होगा कि चुनाव आयोग मत का प्रतिशत बताने को तैयार नहीं है। इसका मतलब है कि कहीं कुछ पक रहा है, कहीं कुछ दाल में काला है, कहीं कुछ खेल चल रहा है।'
दिल्ली में शनिवार को विधानसभा चुनाव के लिए 61.46 फीसदी मतदान हुआ। यह 2015 में हुए चुनाव के 67.47 फीसदी मत प्रतिशत से कम है। एग्जिट पोल की मानें तो विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने वाली आप को आसान जीत मिलती दिख रही है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने संवाददाताओं को बताया था कि मतदान शांतिपूर्ण रहा। त्वरित प्रतिक्रिया बल समेत 60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को चुनाव के मद्देनजर तैनात किया गया था। चुनाव अधिकारियों ने बताया था कि शाम छह बजे तक मत प्रतिशत 57.04 फीसदी था, इस वक्त तक कतारों में खड़े हो चुके लोगों के मतदान करने के बाद मत प्रतिशत बढ़कर 61.46 फीसदी तक पहुंच गया तथा इसके और बढ़ने की उम्मीद है।