दिल्ली चुनावः थम गया प्रचार, 8 को मतदान, 11 को मतगणना, 668 उम्मीदवार मैदान में

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 6, 2020 19:31 IST2020-02-06T19:31:22+5:302020-02-06T19:31:22+5:30

दिल्ली चुनाव में लगभग 665 प्रत्याशी मैदान में हैं। अंतिम मतदाता सूची के अनुसार 1.46 करोड़ से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। दिल्ली में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, आप और भाजपा के बीच है। 

Delhi Election: Campaigning stopped, voting on 8, counting of 11, 668 candidates in the fray | दिल्ली चुनावः थम गया प्रचार, 8 को मतदान, 11 को मतगणना, 668 उम्मीदवार मैदान में

भाजपा ने शाहीन बाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन को केंद्र में रख आक्रामक प्रचार अभियान किया।

Highlightsआप कुल 70 सीट पर चुनावी मैदान में है। कांग्रेस और राजद में गठबंधन हुआ है।दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान गुरुवार को संपन्न हो गया।

दिल्ली विधानसभा में चुनाव प्रचार खत्म हो गया। आज शाम 5 बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। अब प्रत्याशी द्वार-द्वार जा सकते हैं। 8 फरवरी को मतदान होगा और 11 फरवरी को मतगणना होगी।

दिल्ली चुनाव में लगभग 665 प्रत्याशी मैदान में हैं। अंतिम मतदाता सूची के अनुसार 1.46 करोड़ से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। दिल्ली में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, आप और भाजपा के बीच है। 

आप कुल 70 सीट पर चुनावी मैदान में है। कांग्रेस और राजद में गठबंधन हुआ है। कांग्रेस जहां 66 सीट पर चुनाव मैदान में है, वहीं राजद 4 सीट पर चुनाव लड़ रही है। भाजपा ने जदयू और लोजपा से गठबंधन किया है। भाजपा 67, जदयू 2 और लोजपा एक सीट पर चुनाव मैदान में है। बसपा सहित कई अन्य दल भी भाग्य आजमा रहे हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान गुरुवार को संपन्न हो गया। इस दौरान भाजपा ने शाहीन बाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन को केंद्र में रख आक्रामक प्रचार अभियान किया। आम आदमी पार्टी ने जहां अपनी सरकार की बिजली, पानी और महिलाओं के लिए नि:शुल्क बस यात्रा जैसे मुद्दों को जोर-शोर से सामने रखा तो वहीं कांग्रेस प्रचार अभियान में काफी पीछे नजर आई।

चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में इन तीनों मुख्य दलों ने मतदाताओं को लुभाने की पूरी कोशिश की और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), तुष्टीकरण की राजनीति तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। चुनाव प्रचार आज शाम छह बजे संपन्न हो गया। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार को होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर और हरिनगर तथा पश्चिमी दिल्ली के मादीपुर में तीन रोडशो किए।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूर्वी दिल्ली के अपने विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज में पदयात्रा की। भाजपा ने चुनाव प्रचार की शुरुआत राष्ट्रीय राजधानी के लिए केंद्र द्वारा किए गए विकास कार्य के साथ की थी, लेकिन बाद में यू-टर्न लेते हुए इसने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा अवरुद्ध की गई सड़क के मुद्दे को मुख्य मुद्दा बना दिया। भगवा पार्टी के चुनाव प्रचार में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मैदान में उतर गए और दो रैलियों को संबोधित किया।

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई रैलियों को संबोधित किया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शाहीन बाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन को लेकर आक्रामक प्रचार किया।

भगवा दल ने चुनाव प्रचार में अपने सांसदों और विधायकों को उतारने के साथ ही योगी के अतिरिक्त अपने शासन वाले कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया जिनमें गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह शामिल हैं। चुनाव प्रचार के दौरान तब बड़ा विवाद खड़ा हो गया जब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भीड़ से ‘गद्दारों को गोली मारने’ का नारा लगवाया।

वहीं, पार्टी के पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने भी शाहीन बाग को लेकर अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया। निर्वाचन आयोग ने विवादित बयानों के चलते ठाकुर और वर्मा दोनों को क्रमश: 72 और 96 घंटे लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया तथा उन्हें पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची से भी हटवा दिया। वर्मा को बुधवार को दूसरी बार चुनाव प्रचार से रोक दिया गया। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया।

उन्होंने हालांकि, रैलियों की जगह रोडशो और जनसभाओं पर ध्यान केंद्रित किया। पार्टी ने वर्मा की ‘‘आतंकवादी’’ वाली टिप्पणी को लेकर भाजपा के खिलाफ दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में मौन जुलूस भी निकाला। आप ने घर-घर जाकर लोगों से कहा कि यदि वे केजरीवाल को ‘‘दिल्ली का बेटा’’ मानते हैं तो पार्टी को दिल्ली की सत्ता में पुन: लेकर आएं।

कांग्रेस के चुनाव प्रचार में भाजपा और आप जैसा जोश नहीं दिखा। हालांकि, मतदान के दिन नजदीक आने के साथ पार्टी सक्रिय हुई और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को राजौरी गार्डन में एक रैली को संबोधित किया। वहीं, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार और बुधवार को जनसभाओं को संबोधित किया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनका वोट बैंक धर्म या जाति पर आधारित नहीं है, बल्कि उनका वोट बैंक वे सभी लोग हैं जो बेहतर शिक्षा, चिकित्सा इलाज, आधुनिक सड़कें और 24 घंटे बिजली चाहते हैं।

केजरीवाल ने कहा कि ये चुनाव देश में एक नई तरह की राजनीति कायम करेंगे जो कि काम पर आधारित राजनीति है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले यह कहा जाता था कि सरकार द्वारा किए गए काम के आधार पर वोट नहीं दिए जाते हैं। यदि आप वोट हासिल करना चाहते हैं तो आपको जाति और धर्म के आधार पर अपना वोट बैंक बनाने की जरूरत होती है।’’

केजरीवाल ने कहा, ‘‘मेरा वोट बैंक वे लोग है जो अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देना चाहते हैं, जो बेहतर चिकित्सा इलाज चाहते हैं, जो अपने घरों के सामने सड़कें बनवाना चाहते हैं, जो 24 घंटे बिजली चाहते हैं।’’ पूरे चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव आप सरकार के कार्यों के आधार पर लड़ा जायेगा। दिल्ली में विधानसभा चुनाव आठ फरवरी को होगा जिसमें सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है।

 

 

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