दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिये प्रचार के तीन दिन शेष रहने के बीच भाजपा ने अपने 240 सांसदों को राष्ट्रीय राजधानी में कालोनियों में प्रचार करने को कहा है।
इनमें ज्यादातर कालोनियां ऐसी हैं जहां गरीब वर्ग के मतदाता रहते हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी संसदीय दल की बैठक में यह घोषणा की। दूसरी ओर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ‘झूठ बनाम सच’ और ‘अराजकता बनाम राष्ट्रवाद की लड़ाई’ के सूत्र वाक्य के आधार पर पूरे प्रदेश में 40 हजार ऐसी ही छोटी गोष्ठियां आयोजित कर रहा है।
संघ लोगों से संवाद कर शत प्रतिशत मतदान करने की अपील एवं देश के हित में काम करने वाली पार्टी को चुनने को लेकर संवाद कर रहा है। बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि भाजपा संसदीय दल की बैठक में नड्डा ने विश्वास व्यक्त किया कि आठ फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत होगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव को लेकर तीन दिनों के लिये पार्टी के 240 सांसदों की ड्यूटी लगाई जाएगी। ये सांसद अलग अलग क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवारों के लिये प्रचार करेंगे तथा दिल्ली में झुग्गी बस्तियों में भी लोगों के साथ संवाद करेंगे और समय बितायेंगे।
पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा पहली बार भाजपा संसदीय दल की बैठक में शामिल हुए। बैठक में मोदी एवं अन्य नेताओं ने नड्डा का स्वागत किया। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं जबकि चुनाव प्रचार छह फरवरी को समाप्त होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिदिन करीब 1500 शाखाएं लगाई जा रही हैं। इसके बाद स्वयंसेवक अपने-अपने मोहल्ले में बैठक करते हैं। दुर्गावाहिनी की कार्यकर्ता महिलाओं से संपर्क कर वोट करने की अपील कर रही हैं।
संघ के स्वयंसेवक दिल्ली में पार्कों, धार्मिक स्थलों सहित घर घर जाकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। वे नागरिकता कानून, अनुच्छेद 370, घुसपैठ की समस्या, बुनियादी जरूरतों जैसे मुद्दों पर लोगों से सीधे संवाद कर रहे हैं।
दिल्ली प्रदेश में संघ के वरिष्ठ प्रचारक राजीव तुली ने ‘‘भाषा’’ को बताया, ‘‘ शत प्रतिशत मतदान करने के लिये संघ के सभी स्वयंसेवक जगरूकता अभियान चला रहे हैं । प्रयास होगा कि राष्ट्रवादी शक्तियां जीत कर आएं। ’’
उन्होंने बताया, ‘‘ जागरूकता अभियान के तहत 40 हजार छोटी गोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं । ’’ दिल्ली में करीब 13,750 मतदान केंद्र हैं जिन्हें विभिन्न वर्गों में बांट कर आरएसएस के अभियान की रूपरेखा तैयार की गई है। इसके तहत अगर किसी क्षेत्र या खंड में फीडबैक पक्ष में नहीं होता तो फिर दोबारा एक टीम वहां बूथ स्तर पर जाकर लोगों को पैंफलेट में छापे गए बिंदुओं को समझाने की कोशिश करती है।
इसमें जेएनयू प्रकरण को भी शामिल किया गया है । संघ की महिला शाखा राष्ट्र सेविका समिति भी इस पूरे प्रचार में कमर कसे हुए है । इसके तहत खास तौर पर महिलाओं से जनसंपर्क करने और तीन तलाक और महिलाओं के सम्मान एवं सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा करने पर जोर दिया जा रहा है।
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) सहित अन्य मुद्दों को लोगों के बीच ले जाने का अभियान शुरू किया है । विहिप ने दिल्ली में व्यापक ‘‘हित चिंतक’’ अभियान चलाया है जिसमें जागरूकता फैलाने के साथ साथ नये सदस्यों को जोड़ने पर बल दिया जा रहा है ।