जींद (हरियाणा),एक मार्च यहां की स्थानीय अदालत ने सोमवार को दिल्ली कोर्ट डी ग्रुप भर्ती परीक्षा के प्रश्नों को लीक कर हल करने के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
हालांकि मामले का कथित सरगना अब भी फरार है।
प्रांरभिक जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपित पेपर लीक करने वाले गिरोह के साथ मिलकर आठवीं बार प्रश्नपत्र लीक कर प्रश्नों को हल करने की कोशिश कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि उचाना थाना पुलिस ने गांव काकड़ौद तथा नचारखेड़ा के बीच बने मुर्गी फार्म तथा मकान पर छापेमारी कर रविवार को दिल्ली कोर्ट डी ग्रुप परीक्षा में धांधली का भंडाफोड किया था। घटनास्थल से पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए थे।
पुलिस ने मामले में दनौदा कलां निवासी सुरेंद्र तथा दनौदा खुर्द निवासी हरदीप को पकड़ा था और दोनों पंजाब में क्रमश: ऑडिटर तथा अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हैं।
उचाना थाना प्रभारी रविंद्र की शिकायत पर उचाना थाना पुलिस ने मकान मालिक एवं काकडौद निवासी कृष्ण, अशोक और गिरफ्तार सुरेंद्र तथा हरदीप के खिलाफ धोखाधड़ी, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य उत्तर कुंजी देने के एवज में 30 हजार रुपये प्रति अभ्यार्थी लेते थे और गिरोह का कथित सरगना अशोक है।
पुलिस के मुताबिक अशोक पेपर लीक करवाता था और प्रश्नों को हल करने के बाद सुरेंद्र एवं हरदीप इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उत्तर अभ्यार्थियों को भेजते थे।
डीएसपी जितेंद्र ने बताया कि दोनों आरोपितों को पांच दिन की हिरासत में लिया गया है। इस दौरान नेटवर्क से जुड़े लोगों व मुख्य सरगना के बारे में पूछताछ की जाएगी।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपितों ने बताया कि उन्होंने आठवीं बार पेपर लीक की है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।