नई दिल्ली। कोरोना वायरस से संक्रमित दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर के संपर्क में आए 800 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। इन सभी 800 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। इसके अलावा जांच की जा रही है कि कोई और डॉक्टर के संपर्क में आया हो तो, उसे भी क्वारंटाइन किया जाए। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर की पत्नी और बेटी का भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव मिला है। इसके साथ ही दिल्ली में वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 36 पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरबिया से लौटी महिला के संपर्क में आने के बाद डॉक्टर और अन्य चार लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
ताजा जानकारी के मुताबिक मोहल्ला क्लिनिक के मुताबिक डॉक्टर गोपाल झा की पत्नी और बेटी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। तीनों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है, हमारे मोहल्ला क्लीनिक के एक डॉक्टर जिन्होंने सऊदी अरब से यात्रा कर आई महिला का चेकअप किया था, जिनका कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। डॉक्टर की बेटी और पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दिल्ली में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 36 हुई। दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया मोहल्ला क्लीनिक डॉक्टर के संपर्क में आए 800 लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटीन कर दिया गया है।
बढ़ सकती है केजरीवाल सरकार की मुश्किलें
दिल्ली के एक ही परिवार के तीन लोगों में कोरोना वायरस अरविंद केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है। पहले प्रशासन सिर्फ उन लोगों को क्वारंटाइन में भेज रही थी जो डॉक्टर के संपर्क में आए थे, अब सरकार को यह भी पता लगाना होगा कि डॉक्टर की पत्नी और बेटी पिछले कुछ दिनों में कितने लोगों के संपर्क में आए थे। मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर इलाके का है। मोहल्ला क्लिनिक के एक डॉक्टर को कोरोना होने की वजह से तकरीबन एक हजार लोगों में कोरोना वायरस होने का खतरा हो गया है। वो इसलिए क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के एक मोहल्ला क्लीनिक में हर दिन तकरीबन 150 से 200 मरीज आते हैं। इस बात की सूचना मिलते ही प्रशासन रकत में आ गई है।
सरकार की ओर से एक नोटिस जारी कर मोहल्ला क्लीनिक में आए हुए लोगों को अगले 15 दिन के लिए खुद को होम क्वारंटाइन करने का आदेश दिया गया है। मोहल्ला क्लिनिक दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जो प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करती है। ये समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए हैं, इसलिए समुदाय में COVID-19 संक्रमण के फैलने का खतरा हो सकता है।