नयी दिल्ली, 20 जुलाई दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों और नेताओं के विरुद्ध ‘पेगासस’ (जासूसी सॉफ्टवेयर) के कथित इस्तेमाल के मुद्दे पर यहां मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कथित जासूसी की घटना की न्यायिक जांच की मांग की।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी नारे लगाते और हाथ में तख्तियां लिए हुए दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित पार्टी कार्यालय से निकले और पास ही स्थित भाजपा मुख्यालय तक गए।
इस दौरान पुलिस ने अवरोधक लगाकर उन्हें रोका। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कुमार ने आरोप लगाया कि जासूसी में सरकार की भूमिका थी और यह राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।
रविवार को एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने खबर दी थी कि मंत्रियों, पत्रकारों, विपक्षी नेताओं तथा अन्य व्यक्तियों समेत 300 लोगों के मोबाइल फोन की जासूसी करवाई गई थी। हालांकि केंद्र सरकार ने किसी भी तरह के जासूसी के आरोपों को खारिज किया है।
इस बीच भारतीय युवा कांग्रेस ने भी कथित जासूसी के मुद्दे के विरोध में मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, श्रीनिवास ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा और कहा, “राहुल गांधी के फोन की जासूसी कर आप किस अपराध और आतंकवाद से लड़ रहे थे? पत्रकारों की जासूसी कर आप किस आतंकवादी से लड़ रहे थे? मुख्य निर्वाचन आयुक्त की जासूसी कर आप किस आतंकवादी से लड़ रहे थे?”
श्रीनिवास ने कहा कि जासूसी मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति द्वारा और उच्चतम न्यायालय की निगरानी में करवाई जानी चाहिए। बयान में कहा गया कि युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया और मंदिर मार्ग पुलिस थाने ले गई।
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