कर्नाटक और गोवा में कई विपक्षी विधायकों इस्तीफे और भाजपा के पाले में आने को लेकर कांग्रेस एवं कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने बृहस्पतिवार को संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी के नेतृत्व में संसद भवन परिसर में धरना दिया।
विपक्षी दलों ने भाजपा पर ‘लोकतंत्र की हत्या की साजिश’ का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि संसद में इस विषय पर गंभीर चर्चा की जाए। संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा समक्ष विपक्षी दलों के धरना में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, मोतीलाल वोरा, आनंद शर्मा और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय एवं समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान सहित कई नेता शामिल हुए।
इस मौके पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या की साजिश हो रही है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव में कोई हारता है, कोई जीतता है। जो हारता है वो विपक्ष में बैठता है, लेकिन यहां जनादेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
यह पूछे जाने पर कि भाजपा के मुताबिक कांग्रेस विधायक खुद इस्तीफा दे रहे हैं तो थरूर ने कहा कि यह कैसे हो सकता है कि कोई विधायक कांग्रेस के टिकट पर जीतकर आया हो और जिस पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा हो उसमें अचानक शामिल हो जाए?
उन्होंने कहा, ‘‘ यह कहना अपने आप में हास्यास्पद है कि भाजपा में शामिल हुए बिना क्षेत्र का विकास ही नहीं हो सकता। यह स्थिति संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ है। क्या देश में एकमात्र पार्टी भाजपा ही रहेगी?’’ थरूर ने कहा कि हम सरकार इस विषय पर सदन में गंभीर चर्चा की मांग करते हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक गौरव गोगोई ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा राज्यों की चुनी हुई सरकारों को काम नहीं करने दे रही है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। विधायकों को करोड़ों रुपये का प्रभोलन दिया जा रहा है।’’ दरअसल, कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर मंडराए संकट के बीच गोवा में भी कांग्रेस के 10 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। खबरों के मुताबिक वे भाजपा में शामिल होने की तैयारी में है।
कर्नाटक में जद(एस)-कांग्रेस सरकार गठबंधन के 13 विधायकों द्वारा राज्य विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय को इस्तीफा सौंपने के बाद प्रदेश सरकार संकट का सामना कर रही है।