लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा। इससे पहले कांग्रेस की दिल्ली में गठबंधन को लेकर मंगलवार की बैठक को देखते हुए अटकलें लगाई जा रही थीं कि आप और कांग्रेस हाथ मिला सकते हैं।
हालांकि, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने मंगलवार दोपहर गठबंधन की तमाम अटकलों को खारिज कर दिया। शीला दीक्षित ने कहा कि पार्टी में सर्वसम्मति से दिल्ली में किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस की हुई इस अहम बैठक में राहुल गांधी समेत दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और कांग्रेस महासचिव प्रियंक गांधी भी मौजूद थीं।
कांग्रेस-आप के बीच 3-3 के फॉर्मूले पर हो रही थी बात!
सूत्रों के अनुसार आप से गठबंधन को लेकर कांग्रेस के कई नेता पक्ष में नहीं थे और इसलिए यह मामला कई दिनों तक चर्चा में भी रहा। इसके बाद आप ने पिछले हफ्ते ही 6 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। ऐसे में अगर गठबंधन होता तो आप को अपने घोषित उम्मीदवारों में बदलाव करना होता।
दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीटें हैं। ऐसे में सूत्रों के मुताबिक आप और कांग्रेस के बीच 3-3 के फॉर्मूले पर गठबंधन की संभावना थी। जबकि एक सीट निर्दलीय के तौर पर शत्रुघ्न सिन्हा या यशवंत सिन्हा के लिए छोड़ा जा सकता था। 'आप' के 6 उम्मीदवारों के नाम घोषित किये जाने को भी कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था।
आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची
आम आदमी पार्टी के संयोजक गोपाल राय ने 2 मार्च को लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली की सात में से छह सीटों के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर अभी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं हुआ। 'आप' की ओर से6 सीटों पर घोषित प्रत्याशियों के नाम इस प्रकार हैं-
1. नई दिल्ली- बृजेश गोयल2. पूर्वी दिल्ली- आतिशी3. उत्तर पूर्व दिल्ली- दिलीप पांडेय4. दक्षिणी दिल्ली - राघव चड्ढा5. चांदनी चौक- पंकज गुप्ता6. उत्तर पश्चिम दिल्ली- गुगन सिंह