दिल्ली के किराड़ी क्षेत्र में एक तीन मंजिला आवासीय एवं वाणिज्यिक इमारत में भीषण आग लगने से तीन बच्चों समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि इस घटना से कुछ ही दिन पहले उत्तरी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में आठ दिसंबर को एक चार मंजिला इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी। इस इमारत में अवैध निर्माण इकाइयां थीं। दिल्ली दमकल सेवा ने बताया कि आग लगने की सूचना फोन के जरिए रविवार देर रात 12 बज कर 30 मिनट पर मिली जिसके बाद आठ अग्निशमन वाहनों को घटनास्थल रवाना किया गया। इमारत के भूतल में कपड़ों का एक गोदाम था और अन्य मंजिलों पर आवास थे।
दिल्ली दमकल सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि तड़के तीन बजकर 50 मिनट पर आग पर काबू पाया जा सका। अधिकारी ने बताया कि इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त राम चंद्र झा (65), सुदरिया देवी (58), संजू झा (36) और उदय चौधरी (33) एवं उसकी पत्नी मुस्कान (26) तथा उनके बच्चों अंजलि (10), आदर्श (सात) और तुलसी (छह महीने) के रूप में की गई है।
अधिकारियों ने तीन लोगों को बचा लिया जिनकी पहचान पूजा (24) और उसकी बेटियों आराध्या (तीन) और सौम्या (10) के रूप में की गई है। इमारत में कोई अग्नि सुरक्षा उपकरण नहीं मिला। एक अधिकारी ने बताया कि दूसरी मंजिल पर सिलेंडर फटने के कारण इमारत आंशिक रूप से ढह गई। हालांकि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। घटना के समय पूजा का पति एवं इमारत का मालिक अमरनाथ झा हरिद्वार में था। आगे की जांच जारी है।
पिछले एक महीने के दौरान दिल्ली में आग लगने की यह दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 8 दिसंबर को उत्तरी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले अनाज मंडी क्षेत्र में स्थित एक चार मंजिला इमारत में चल रही अवैध फैक्टरी में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में उपहार सिनेमा त्रासदी के बाद अनाज मंडी में हुआ यह अग्निकांड दूसरी सबसे भयानक घटना थी। हादसे में मारे गये ज्यादातर लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिक हैं।