चीन-पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चेतावनी, कहा- जो हमें छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं
By अमित कुमार | Updated: December 30, 2020 09:07 IST2020-12-30T09:05:48+5:302020-12-30T09:07:01+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि चीन के साथ बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक इस पर कोई नतीजा नहीं निकला है। बातचीत के जरिए सकरात्मक परिणाम निकले, यही हम चाहते हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह। (फाइल फोटो)
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान और चीन के साथ सीमाओं पर चल रहे तनाव पर अपनी बात रखी है। राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर जो हमें (भारत) छेड़ेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में कहा कि अगर कोई हमें छेड़ेगा तो हम उससे छोड़ेंगे नहीं। लेकिन हमारी कोशिश सभी देशों से अच्छे संबंध बनाने की रहेगी।
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए राजनाथ सिंह ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहा कि पाक लगातार नापाक हरकतों को अंजाम दे रहा है। लेकिन भारत ने उसे बताया है कि आतंक के खात्मे के लिए सीमा पर ही नहीं सीमा के पार जाकर भी कार्रवाई की जा सकती है। अगर कोई भारत के आत्मसम्मान को चोट पहुंचाने का काम करेगा तो हम उसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इससे पहले आईआईएम रांची के ऑनलाइन दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत में सुपर पावर बनने की क्षमता है। इसके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने आर्यभट्ट जैसे प्राचीन वैज्ञानिकों की बड़ी खोजों सहित देश के गौरवपूर्ण इतिहास का जिक्र किया।
#WATCH India has a sharp focus. ‘Jo hume chedega hum usse chhorenge nahi’. We want to maintain peaceful relations with all nations: Defence Minister Rajnath Singh to ANI, on being asked if this year's incident at the border was a result of possible collusion between China-Pak pic.twitter.com/AxcPSKxEfs
— ANI (@ANI) December 30, 2020
सिंह ने कहा कि हम भारत को सुपर पावर बनाना चाहते हैं। देश को सुपर पावर बनाने के लिए हमें शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग आदि के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की जरूरत है। इन क्षेत्रों में संभावना हमारे देश की पहुंच के अंदर है। इसका अभी पूरी तरह इस्तेमाल नहीं हुआ है। रक्षा मंत्री ने कहा कि देश के युवकों के पास किसी भी चुनौती का सामना करने की क्षमता है और वे ‘‘शोध, अन्वेषण और विचारों’’ की मदद से उन्हें अवसर में तब्दील कर सकते हैं।