लाइव न्यूज़ :

सिखों को नेताविहीन बनाने की गहरी साजिश रची जा रही: सुखबीर बादल

By भाषा | Updated: November 16, 2021 01:01 IST

Open in App

अमृतसर, 15 नवंबर शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने सोमवार को सिख समुदाय को नेताविहीन बनाने की कथित गहरी साजिश के खिलाफ आगाह किया और उन्हें ‘पहचानने और हराने’ का आह्वान किया।

स्वर्ण मंदिर परिसर में मंजी साहिब दीवान हॉल से एक सभा को संबोधित करते हुए अकाली नेता ने ‘पंजाब के बाहर सत्ता के गैर सिख केंद्रों पर समुदाय को पूरी तरह से निर्भर बनाने की साजिश के खिलाफ’ आगाह किया।

उन्होंने दावा किया कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) पंजाब में एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी है।

उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस जहां 10 जनपथ से संचालित है, वहीं आप केजरीवाल के सामने नतमस्तक है। अकाल तख्त साहिब में जन्मी शिअद एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसे पंजाबियों की पार्टी होने में गर्व है।’’

बादल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों ने पहले ‘टैंक और गोले से हमारी भावना को तोड़ने की कोशिश की लेकिन उन्हें जल्द ही महसूस हुआ कि इससे ऐसा नहीं किया जा सकता है इसलिए वह हमें बांटने के लिए षडयंत्र करने लगे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठPanchang 08 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 08 December 2025: आज इन 4 राशिवालों को बड़ी खुशखबरी मिलने की संभावना, बाकी भी जानें अपना भविष्य

पूजा पाठSaptahik Rashifal: इस सप्ताह इन 5 राशिवालों को मिलेगा धनी बनने का मौका, लग सकती है लॉटरी

भारतSIR Registered: एसआईआर पर राजनीतिक विवाद थमने के नहीं दिख रहे आसार

विश्वसौर तूफान: अंतरिक्ष से खतरे की आहट, इथियोपिया से उठे ज्वालामुखी गुबार से हवाई जहाजों...

भारत अधिक खबरें

भारतसिकुड़ता नागपुर विधानसभा सत्र और भंग होतीं अपेक्षाएं!

भारतPutin India Visit: ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...!

भारतAirport Suitcases Rules: प्लेन में सूटकेस ले जाने का बदला नियम, यात्रा से पहले जरूर जान लें इसे

भारतPM Awas Yojana: अब अपने घर का सपना होगा पूरा, सरकार से पाए 1.30 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता; ऐसे करें आवेदन

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार