नई दिल्ली, 30 सितंबरः डॉयरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने वैज्ञानिकों और रक्षा शोध से जुड़े लोगों के साथ मिलकर एक अवैध प्रयोगशाला का भंडाभोड़ किया है। करीब एक हफ्ते लंबे इस ऑपरेशन में 9 किलो घातक फेंटानिल बरामद किया गया है।
इतना केमिकल 40-50 लाख लोगों को मौत के घाट उतार सकता है। भारत में इस तरह का केमिकल पकड़े जाने की यह पहली कार्रवाई है। जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस अवैध प्रयोगशाला को एक क्षेत्रीय व्यवसायी और स्कॉलर केमिस्ट मिलकर चला रहे थे।
डीआरआई के डीजी डीपी दास ने बताया, 'फेंटानिल का असर हीरोईन से 50 गुना ज्यादा होता है। किसी सरकारी एजेंसी द्वारा इस घातक केमिकल को सीज किए जाने की पहली कार्रवाई है। यह एक बड़ी सफलता है क्योंकि डीआरआई ने भारत ने टॉक्सिक ड्रग बनाने के पहले प्रयास को ही असफल कर दिया है।'
इस घटना के सामने आने के बाद वैज्ञानिक भी हैरान हैं। उनका मानना है कि इस तरह का ड्रग बनाने के लिए एक खास किस्म की विशेज्ञता चाहिए जो सिर्फ बहुत हाई-टेक प्रयोगशालाओं में बड़े वैज्ञानिकों के जरिए ही सीखा जा सकता है। इसका बहुत सीमित मात्रा में इस्तेमाल दूसरी दवाओं के साथ दर्द निवारक या एनेस्थीसिया के रूप में होता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ड्रग आसानी से फैसला है। अगर गलती से स्किन से छू गया या खा लिया गया तो 2 मिलीग्राम फेंटानिल किसी व्यक्ति की जान लेने के लिए काफी है। अमेरिका की बात करें तो साल 2016 में फेंटानिल ड्रग के ओवरडोज से 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।