डीडीए ने वन क्षेत्र में रविदास मंदिर के नए ढांचे के लिये भू-उपयोग में बदलाव को मंजूरी दी
By भाषा | Updated: January 12, 2021 21:11 IST2021-01-12T21:11:01+5:302021-01-12T21:11:01+5:30

डीडीए ने वन क्षेत्र में रविदास मंदिर के नए ढांचे के लिये भू-उपयोग में बदलाव को मंजूरी दी
नयी दिल्ली, 12 जनवरी दिल्ली विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर 2019 में शहरी निकाय द्वारा ढहाए गए गुरु रविदास मंदिर की नई इमारत के लिये उसके द्वारा आवंटित की गई जमीन के भू-उपयोग में बदलाव को मंजूरी दी है।
अधिकारियों ने कहा कि नई इमारत जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट क्षेत्र में बनेगी।
दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत भूमि “उसी जगह पर” आवंटित की गई है जहां दक्षिण दिल्ली के वन क्षेत्र में पुरानी इमारत स्थित थी।
डीडीए के शीर्ष निर्णायक निकाय अथॉरिटी ने एक डिजिटल बैठक के दौरान आवंटित की गई 400 वर्ग मीटर जमीन के भू-उपयोग को बदलने के फैसले को मंजूरी दी।
बैठक की अध्यक्षता उप राज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल ने की जो इस शहरी निकाय के प्रमुख भी हैं।
पिछले साल अक्टूबर में डीडीए ने भूखंड के आवंटन के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी और भू-उपयोग में बदलाव की सिफारिश भी की थी।
भू-उपयोग में बदलाव को मंजूरी मिलने के बाद अब इसे अंतिम अधिसूचना के लिये केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय के पास भेजा जाएगा।
एलजी के दफ्तर की तरफ से बैठक में हुए फैसलों को लेकर ट्वीट किया गया।
ट्वीट में कहा गया, “आईएलबीएस अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार और धार्मिक उद्देश्य के लिये जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट में संत गुरु रविदास जी मंदिर के भू-उपयोग में बदलाव के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
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