दलित बच्ची से बलात्कार का मामला: विपक्ष ने शाह पर साधा निशाना, डीसीडब्ल्यू ने जांच शुरू की
By भाषा | Updated: August 3, 2021 22:18 IST2021-08-03T22:18:30+5:302021-08-03T22:18:30+5:30

दलित बच्ची से बलात्कार का मामला: विपक्ष ने शाह पर साधा निशाना, डीसीडब्ल्यू ने जांच शुरू की
नयी दिल्ली, तीन अगस्त विपक्षी दलों ने नौ वर्षीय दलित बच्ची की कथित बलात्कार के बाद हत्या के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को निशाना बनाते हुए राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इसके साथ ही, दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने घटना की जांच शुरू करते हुए पुलिस अधिकारियों को तलब किया है।
पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और एक पुजारी ने यह झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया कि उसकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है।
बच्ची के माता-पिता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मंगलवार को पुराना नांगल इलाके में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।
धरना-प्रदर्शन में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए।
बच्ची की मां ने कहा, ‘‘घटना के वक्त मेरी बेटी शमशान से पानी लेने गई थी। पुजारी ने मुझे क्षणभर के लिए उसका शव दिखाया... उसके होंठ नीले थे। पुजारी ने हमारी मर्जी के बगैर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।’’
महिला ने कहा कि पुजारी झूठ बोल रहे हैं कि बच्ची को करंट लगा था और आरोप लगाया कि पुजारी ने उसके साथ बलात्कार किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे समुदाय के लोगों ने जलती चिता को बुझाया और मेरी बेटी की लाश के पांव पकड़कर उसे बाहर खींचा। हमें उसके लिए न्याय चाहिए और आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’’
बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति ने उनकी पिटाई की और पुलिस में शिकायत करने को लेकर धमकाया।
उन्होंने कहा, ‘‘घटना के वक्त मैं बाजार में था। मुझे इसके बारे में शाम करीब 7:30 पर पता चला, जब उसका शव जल रहा था। आसपास के इलाके के एक व्यक्ति ने मेरी पिटाई की और पुलिस में शिकायत नहीं करने को कहा। उसने मुझे 20,000 रुपये की भी पेशकश की, लेकिन मैंने इंकार कर दिया।’’
बच्ची के पिता ने कहा, ‘‘मुझे संदेह है कि पुजारी ने उस व्यक्ति को घटना के बारे में बताया होगा। हमारी सिर्फ एक मांग है कि दोषी को फांसी दी जाए।’’
पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और विभिन्न प्रावधानों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई है।
दक्षिण-पश्चिम जिले के पुलिस उपायुक्त ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘हम लोगों से अफवाहों पर भरोसा नहीं करने की अपील करते हैं। भारतीय दंड संहिता, एससी/एसटी कानून और पॉक्सो कानून के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई है। एसीपी रैंक के अधिकारी मामले की जांच करेंगे। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।’’
उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना की निंदा की और कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार की जरूरत है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में नौ साल की मासूम के साथ हैवानियत के बाद हत्या बेहद शर्मनाक है। दिल्ली में कानून-व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की जरुरत है। दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिलनी चाहिए। कल (बुधवार) पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा हूं, न्याय की इस लड़ाई में परिवार की हरसंभव मदद करेंगे।’’
कांग्रेस ने घटना को लेकर मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा तथा आरोप लगाया कि देश की राजधानी में ‘जंगलराज’ है।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया, ‘‘दलित की बेटी भी देश की बेटी है।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह अपनी जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली के नांगल में बच्ची के साथ हुई घटना दर्दनाक एवं निंदनीय है। सोचिए क्या बीत रही होगी उसके परिवार पर? दिल्ली में कानून व्यवस्था के जिम्मेदार गृह मंत्री जी उत्तर प्रदेश सर्टिफिकेट बांटने गए थे, लेकिन खुद की जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं। हाथरस से नांगल तक: जंगलराज है।’’
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता ने दिल्ली को पेरिस बनाने का वादा करके दिल्ली का बुरा हाल कर दिया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, जून 2020 में बलात्कार के 580 मामले सामने आए थे। इस वर्ष जून में ये मामले बढ़कर 833 हो गए। केजरीवाल सरकार के शासन में दिल्ली में बच्चियों और महिलाओं से दुष्कर्म के मामले लगातार बढ़े हैं।’’
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि महिलाएं हर दिन खौफनाक अनुभव का सामना कर रही हैं क्योंकि केंद्र सरकार हालात को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए डायमंड हार्बर से सांसद बनर्जी ने यह भी कहा कि देश में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा रही है।
अभिषेक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘श्रीमान अमित शाह की निगरानी के तहत राष्ट्रीय राजधानी में नौ साल की एक बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।’’
बनर्जी ने यह भी कहा कि क्या दिल्ली के नवनियुक्त पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना अन्य कार्यों में व्यस्त हैं।
सांसद ने कहा, ‘‘अनुसूचित जाति समुदाय की हमारी महिलाओं और लड़कियों द्वारा प्रतिदिन सामना किए जा रहे खौफनाक अनुभव से केवल यह प्रदर्शित होता है कि गृह मंत्री कितने असंवेदनशील हैं।’’
इस बीच, दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने कहा कि उसने घटना की जांच शुरू कर दी है और पुलिस को तलब किया है।
आयोग ने कहा कि मामला “बेहद गंभीर” है और इसमें “तत्काल ध्यान देने” की जरूरत है और दक्षिण पश्चिमी जिले के पुलिस उपायुक्त को पांच अगस्त या उससे पहले पेश होने तथा मामले की पूरी फाइल एवं प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध कराने को कहा है।
आयोग ने पुलिस उपायुक्त को बच्ची के परिवार वालों के बयान की प्रति, गिरफ्तार किए गए आरोपियों का विवरण और कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची अपने माता-पिता के साथ गांव में शमशान घाट के सामने किराए के घर में रहती थी। रविवार शाम साढ़े पांच बजे वह अपनी मां को सूचित कर शमशान घाट में लगे पानी के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे शमशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई। उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे।
अधिकारी ने बताया कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है।
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